दरभंगा. सरस्वती पूजा में हुई मारपीट से दुखी एक युवक ने खुद का गला ब्लेड से काट कर आत्महत्या की कोशिश की है. घटना दरभंगा के सिमरी थाना क्षेत्र के अरई गांव की है. शुक्रवार को पुलिस ने सड़क के किनारे खून से लथपथ एक युवक को बरामद किया. युवक का इलाज दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. पुलिस ने घटनास्थल से एक ब्लेड बरामद की है. मामले की जांच की जा रही है. घटना की जानकारी अशोक के परिवार को दे दी गयी है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि दरभंगा के सिमरी थाना क्षेत्र के अरई गांव में गुरुवार को सरस्वती पूजा दौरान हुई मारपीट हुई थी. मारपीट से आहत होकर अरई निवासी गणेशी सहनी के पुत्र अशोक सहनी (32) ने खुद का गला ब्लेड से रेत लिया. शुक्रवार को सड़क किनारे लहूलुहान अवस्था में उसे बरामद किया गया. पुलिस ने तत्काल उसे सिंहवाड़ा सीएचसी में भर्ती कराया. काफी खून बह जाने के कारण उसकी अवस्था थी. इसे देखते हुए उसे दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है.
स्थानीय मीडिया के अनुसार शुक्रवार की सुबह अशोक जख्मी हालत में सड़क के किनारे छटपटा रहा था. वहां गश्त कर रही पुलिस ने जब उस पर नजर पड़ी, तो उसे उठाकर तुंरत अस्पताल ले जाया गया. वहां उसकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने डीएमसीएच रेफर कर दिया. डीएमसीएच के ईएनटी विभाग के डा. रिजवान की यूनिट में भर्ती अशोक अब खतरे से बाहर है. काफी मशक्कत के बाद उसकी जान बचायी जा सकी है. स्थानीय मीडिया के अनुसार डा. नेहा, ओटी एसिस्टेंट सुरेश ने अशोक की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई है.
अशोक को भर्ती कराने आये दारोगा नीरज कुमार सिंह ने बताया कि पूछताछ में अशोक ने बताया कि गांव के मंदिर के पास आयोजित सरस्वती पूजा में उसका काफी योगदान है. लेकिन चार-पांच लोगों ने गुरुवार को उसे मारपीट कर वहां से भगा दिया. इससे उसे काफी दुख हुआ. इसी बात से आहत होकर सड़क किनारे बैठकर उसने अपने गले को रेतकर आत्महत्या करने की कोशिश की. अशोक ने बताया कि वह दूसरे प्रदेश में मजदूरी करने का काम करता है. पूजा में छुट्टी लेकर गांव आया था.