दारोगा पर जानलेवा हमला मामले के थे आरोपित
साक्ष्य के अभाव में पांच आरोपित रिहा तीन को होगी सजा की बिंदु पर सुनवाई सवारी ट्रेन से नेपाली शराब बरामद दरभंगा : पूर्ण शराब बंदी के एक साल से अधिक गुजर के बाद भी चोरी-छिपे इसका कारोबार चल ही रहा है. ऐसे ही एक कारोबार का खुलासा आरपीएफ ने बुधवार को किया. गुप्त सूचना […]
साक्ष्य के अभाव में पांच आरोपित रिहा
तीन को होगी सजा की बिंदु पर सुनवाई
सवारी ट्रेन से नेपाली शराब बरामद
दरभंगा : पूर्ण शराब बंदी के एक साल से अधिक गुजर के बाद भी चोरी-छिपे इसका कारोबार चल ही रहा है. ऐसे ही एक कारोबार का खुलासा आरपीएफ ने बुधवार को किया. गुप्त सूचना पर पैसेंजर ट्रेन से नौ बोतल नेपाली शराब बरामद किया. हालांकि इसमें किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. जब्त शराब के साथ मामले को जीआरपी के हवाले कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार गत मंगलवार को आरपीएफ इंस्पेक्टर वीके विश्वकर्मा को 55518 डाउन जयनगर-दरभंगा पैसेंजर ट्रेन से शराब ले जाने की गुप्त सूचना मिली. उन्होंने तत्काल मुधबनी में तैनात अपने कर्मी को इसकी सूचना दी.
ट्रेन जैसे ही वहां पहुंची उसकी तलाश में कर्मी जुट गये. मालूम हो कि मधुबनी में ट्रेन की ठहराव अति अल्प अवधि के लिए होता है. इसलिए जबतक पूरी जांच हो पाती, उससे पहले ही गाड़ी खुल गयी. नतीजतन वहां शराब की बरामदगी नहीं हो सकी. यह खबर इंस्पेक्टर को दी.
ट्रेन के पहुंचने से पहले ही दरभंगा में विश्वकर्मा के नेतृत्व में एसआइ जवाहर लाल व संतोष कुमार के साथ अन्य आरपीएफ जवान मुस्तैद हो गये. ट्रेन शाम 4.40 बजे दरभंगा जंकशन के प्लेटफॉर्म संख्या-चार पर पहुंची. इसी क्रम में कोच संख्या- ईसी 14444 में एक पैकेट पर नजर पड़ी. उस सामान पर किसी ने भी अपना मालिकाना हक नहीं जताया. अंतत: उसे कब्जे में लेकर जब तलाश की गयी तो उसमें से नेपाल निर्मित शराब की नौ बोतलें बरामद हुई. प्रत्येक बोतल तीन सौ एमएल की थी. श्री विश्वकर्मा ने बताया कि उसे जब्त करते हुए कागजी कार्रवाई करने के बाद जीआरपी को सुपुर्द कर दिया गया है. इस छापेमारी में एसआइ जवाहर लाल, संतोष शामिल थे.