पांचवीं पास था लड़का, शादी से किया इनकार
सिंदूरदान से पहले मंडप से उतर आयी लड़की पंचायत सेवक के नाम पर तय हुई थी शादी दरभंगा /बहादुरपुर : स्नातक पास होने तथा लड़के के सरकारी नौकरी में तैनात होने की सूचना जैसे ही गलत साबित हुई, मंडप से लड़की उठ खड़ी हुई. शादी से इंकार कर दिया. बरात पहले ही लौट चुकी थी. […]
सिंदूरदान से पहले मंडप से उतर आयी लड़की
पंचायत सेवक के नाम पर तय हुई थी शादी
दरभंगा /बहादुरपुर : स्नातक पास होने तथा लड़के के सरकारी नौकरी में तैनात होने की सूचना जैसे ही गलत साबित हुई, मंडप से लड़की उठ खड़ी हुई. शादी से इंकार कर दिया. बरात पहले ही लौट चुकी थी. लड़का तथा उसके पिता को बंधक बना लिया. मामला शहर से सटे बहादुरपुर थाना क्षेत्र के आरएस टैंक मुहल्ला का है. गत बुधवार की शाम आरएस टैंक में लड़की के घर पर शहनाई बज रही थी. पंडाल सजा हुआ था. बिजली-बत्ती की सतरंगी रोशनी दूर से ही वैवाहिक उत्सव का संदेह दे रही थी. निर्धारित समय पर मधुबनी के फुलपरास थाना क्षेत्र के धर्मडीहा से बारात पहुंची. सिर पर सेहरा लिये दूल्हा विद्यानंद लाल दास के पुत्र रंजीत कुमार कर्ण पहुंचा. परंपरानुरूप बारात का स्वागत-सत्कार किया गया. भोजन के पश्चात बारात लौट गयी.
मीडिएटर ने दी गलत जानकारी : जानकारी के अनुसार सदर अनुमंडल कृषि कार्यालय में पिता के निधन के उपरांत अनुकंपा के आधार पर कार्यरत लड़की की शादी धर्मडीहा के रंजीत से तय हुई. लड़की वालों को बताया गया कि रंजीत स्नातक है तथा पंचायत सेवक के रूप में नौकरी करता है. लड़की वालों के अनुसार राम मिलन दास नामक व्यक्ति ने इस शादी का प्रस्ताव दिया था. उसीने लड़के के बारे में जानकारी दी थी.
बाइक मांगने का भी आरोप : इधर लड़की वालों का कहना है कि शादी के दिन लड़के के भाई राहुल तथा उसका दोस्त गौतम ने उनलोगों को फोन कर अपाची बाइक की मांग की. कहा कि बाइक देने के बाद ही बारात आयेगी. तत्काल लड़की वालों को कुछ नहीं सुझा तो बारात आने के बाद बाइक देने की बात स्वीकार कर ली. यहां बारात आने के बाद उसे खिला-पिलाकर विदा कर दिया गया और इसके बाद पिता-पुत्र को बंधक बना लिया.
बाराती को इसकी भनक तक नहीं लग सकी. इधर मुहल्लावासी कुछ और चर्चा भी कर रहे हैं.
भनक लगते ही मंडप से उतरी लड़की
बारात लौटने के बाद दूल्हे को विधि-विधान के साथ आंगन ले जाया गया. शादी के मंडप पर लड़का व लड़की को बैठाया गया. रश्म की अदायगी शुरू हो गयी. सिंदूरदान का वक्त आया. इसी दौरान लड़की को भनक लगी कि लड़का स्नातक नहीं बल्कि पांचवीं पास है. सरकारी नौकरी की बात तो दूर है. इसकी भनक कान में पड़ते ही लड़की मंडप से उतर गयी. उसने शादी से इंकार कर दिया. इसके बाद लड़की वालों ने लड़का तथा उसके पिता को कमरे में बंद कर दिया. शादी के लिए लिये गये लेन-देन को वापस करने की बात करने लगे. गुरुवार की सुबह तक दोनों पिता-पुत्र लड़की वालों के कब्जे में ही थे.