रैनबसेरे में डीएमसीएच के दर्जनों कर्मियों ने ली शरण
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परेशानी. कमर भर पानी से होकर ड्यूटी करने जा रहे डॉक्टर
दरभंगा : पिछले तीन दिनों के बाद बुधवार को बारिश नहीं होने से डीएमसीएच में मरीजों, चिकित्सकों व पारामेडिकल कर्मियों ने राहत की सांस ली है. बारिश नहीं होने के कारण आज इमरजेंसी समेत सभी वार्डों के अंदर से पानी निकल गया है. जबकि मेडिकल कॉलेज, छात्रावास, डाक्टर्स क्वार्टर और कर्मियों के क्वार्टर में अभी भी पानी जमा है. पानी जमा होने के कारण जहां अधिकांश मेडिकल छात्र पलायन कर गये हैं. वहीं दर्जनों मेडिकल कर्मी कर्पूरी चौक पर रैनबसेरा और टेंपो में शरण लिये हुये हैं. वहीं पीजी चिकित्सक मजबूरी में छात्रावास में रहने को विवश हैं. लगातार बारिश से उत्तर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल डीएमसीएच पिछले तीन दिनों से झील में तब्दील है.
आधे दर्जन छात्रों को वायरल फीवर व डायरिया. चारों तरफ जलजमाव व गंदगी के कारण आधे दर्जन से अधिक मेडिकल छात्र वायरल फीवर व डायरिया से बीमार हो गये हैं. जबकि जल निकासी को लेकर जिला प्रशासन और नगर निगम पूरी तरह से फेल साबित हुई है. जलजमाव के कारण अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. चिकित्सक व नर्स ड्यूटी पर नहीं आ पा रहे हैं. इस कारण डीएमसीएच से अधिकांश मरीज पलायन कर गये हैं.
डीएम के निर्देश पर भी नहीं मिली सुविधा : डीएम चंद्रशेखर सिंह के निर्देश के बाद भी डीएमसीएच के पीजी चिकित्सकों को सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गयी है. मंगलवार को डीएम ने डीएमसीएच में चिकित्सकों को पहुंचाने के लिये बस और पीजी चिकित्सकों को भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये थे. डीएम के निर्देश के एक दिन बाद भी पीजी चिकित्सकों को न भोजन उपलब्ध कराया जा सका है और न ही उनके लिये बस की ही व्यवस्था की गई है.
जेडीए अध्यक्ष डॉ जतीश सिंह ने बताया कि डीएम के निर्देश पर एडीएम रविंद्र कुमार दिवाकर मंगलवार को आये थे. डीएमसीएच और छात्रावास का जायजा लेने के बाद उन्होंने भोजन उपलब्ध कराने से हाथ खड़े कर दिये. इधर, डीएम द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार प्राचार्य को पीजी चिकित्सकों के लिए भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं. प्राचार्य डॉ. आरके सिन्हा ने बताया कि जब जिला प्रशासन पीजी चिकित्सकों को भोजन उपलब्ध नहीं करा सकी तो वे कहां,
कैसे और किस मद से उन्हें भोजन उपलब्ध करा सकेंगे. उन्होंने साफ कहा कि वे भोजन उपलब्ध नहीं करा सकते हैं. जिला प्रशासन और प्राचार्य के कथन के बाद पीजी चिकित्सकों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. जेडीए अध्यक्ष ने बताया कि ऐसी स्थिति में पीजी चिकित्सकों के लिए ड्यूटी पर जाना संभव नहीं है.
छात्रों में रोष, मैगी व ब्रेड खाकर कर रहे मरीजों का इलाज
पीजी चिकित्सकों
में नाराजगी
डीएमसी के छात्रावास में तीसरे दिन भी तीन फीट से अधिक पानी जमा है. पानी घुस जाने के कारण इस्ट व साउथ छात्रावास पूरी तरह से खाली हो गया है. सभी छात्रावास के निचले तले में पानी घुस जाने के कारण यूजी छात्र तो पलायन कर गये हैं. लेकिन पीजी चिकित्सकों को ड्यूटी करने की मजबूरी के कारण वे छात्रावास में विकट स्थिति में रह रहे हैं.
मरीजों को भी तीन दिनों
से नहीं मिल रहा भोजन
डीएमसीएच में भरती मरीजों को पिछले दो दिनों से भोजन नहीं मिल रहा है. भोजन नहीं मिलने और आस-पास की दुकाने बंद होने से मरीज व उनके परिजनों को भोजन पर आफत हो गया है. इसके कारण मरीज व उनके परिजनों को भूखे रहना पड़ रहा है. बता दें कि डायट विभाग में पानी घुस जाने के कारण वहां भोजन बनाना संभव नहीं है. इसके कारण मरीजों को साॅफ्ट डायट से संतोष करना पड़ रहा है.