मेयर के दावे व जमीनी हकीकत में फर्क
सूरत-ए-हाल. एक सप्ताह बाद भी नकारा साबित हो रही निगम की व्यवस्था जलजमाव के कारण अब महामारी की आशंका वार्ड तीन व 31 के कई मुहल्लों में दो से तीन फुट तक लगा है पानी दरभंगा : बारिश प्रारंभ हुए सात दिन से अधिक हो गया पर निगम के कई वार्डों में अब भी दो […]
सूरत-ए-हाल. एक सप्ताह बाद भी नकारा साबित हो रही निगम की व्यवस्था
जलजमाव के कारण अब महामारी की आशंका
वार्ड तीन व 31 के कई मुहल्लों में दो से तीन फुट तक लगा है पानी
दरभंगा : बारिश प्रारंभ हुए सात दिन से अधिक हो गया पर निगम के कई वार्डों में अब भी दो से तीन फुट तक जलजमाव है. इस कारण हजारों परिवारों को घर से आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है. एक सप्ताह से जमे पानी से अब दुर्गंध आने लगी है. लोगों का घरों में रहना भी मुश्किल होता जा रहा है. उधर, निगम की ओर से इन इलाके की कोई खोज-खबर तक नहीं ली जा रही है.
नगर निगम की व्यवस्था प्रभावित लोगों के लिए नकारा सािबत हो रही है. मेयर ने शनिवार को दावा किया था कि ‘कुछ निचले क्षेत्रों को छोड़कर लगभग सभी मुहल्लों से पानी की निकासी की जा चुकी है. जहां अब भी जलजमाव है, वहां
वैकल्पिक व्यवस्था से जल निकासी की जा रही है. जल निकासी के बाद अब शहर से गंदगी साफ की जा रही है.
मेयर का यह दावा जमीनी हकीकत से मेल नहीं खा रहा. जलजमाव वाले आधा दर्जन से अधिक मुहल्ले में किसी वैकल्पिक साधन से जल निकासी नहीं की जा रही है. जब जलनिकासी हुई ही नहीं तो गंदगी साफ कहां से होगी. प्रभावित वार्ड तीन तथा 31 के करीब आधा दर्जन मुहल्ले मेयर के दावे को आइना दिखा रहे हैं.
वीआइपी इलाके पर निगम का ध्यान
कुछ निचले इलाके के लोग अब भी परेशान
वार्ड तीन के बेला शंकर मुहल्ला में बारिश के एक सप्ताह बाद भी लगा हुआ पानी.
शहर के वार्ड नंबर 31 में मिल्लत कॉलेज के निकट बीबी पाकर मुहल्ले में जलजमाव.
फजीलत कॉलोनी में लगा पानी. इस कारण लोगों को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
कुछ निचले इलाकों में जलजमाव है. उन इलाकों में सोमवार से वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी. कंगवा गुमटी के निकट रेलवे द्वारा बनाये गये रैक प्वाइंट के समय नाला भर दिया गया. कुछ लोगों ने नाला पर मकान बना लिया. नगर आयुक्त से बात कर पानी की निकासी करायी जायेगी.
बैजयंती देवी खेड़िया, मेयर
मेयर चहेते पार्षदों के वार्डों पर केवल ध्यान दे रही हैं. बीमार रहने के कारण निगम के अधिकारियों से संपर्क नही कर पा रही हूं. मुहल्ला में कमर तक पानी है. पानी को निकालने की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा. पहले पम्पिंग सेट लगा कर पानी निकाला जाता था.
देवकी देवी, पार्षद वार्ड तीन
कई निचले इलाकों में जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण जलजमाव है. कई जगह नाला अवरुद्ध हैं. जानकारी मिली है. मुआयना कर उचित कार्रवाई की जायेगी.
नरोत्तम कुमार साम्राज्य, नगर प्रबंधक
एक सप्ताह जलजमाव का हो चुका है. पानी निकासी के लिये नगर निगम ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है. पानी कुछ दिन और लगा रहा, तो स्थिति और खराब हो सकती है. बहुत ज्यादा जरूरी होने पर ही लोग घरों से निकल रहे हैं.
संपत यादव, चकरहमत
लगातार जलजमाव से लोगों के पैर में संक्रमण होना शुरू हो गया है. नगर निगम उदासीन बना हुआ है. प्रशासनिक क्षेत्र को निगम जलजमाव मुक्त करने पर लगा हुआ है. बाकी क्षेत्र के लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है.
कुंदन कुमार, बीबीपाकर
नगर निगम अपनी जबावदेही भूल गया है. टैक्स
दुगुना कर दिया. टैक्स वसूली में निगम आगे रहता है, लेकिन सुविधा के नाम पर शून्य है. जलजमाव के कारण लोग घर में कैद होकर रह गये हैं. जैसे-जैसे दिन बीत रहा है, समस्या बढ़ती ही जा रही है.
श्री राज, बीबीपाकर
मेयर सूखे स्थानों पर भ्रमण करने के बदले जलजमाव वाले मुहल्ला में घूमें तब सच्चाई का पता चलेगा. लोग कैसे दिन काट रहे हैं, इसे देखने के लिए न तो मेयर तैयार हैं और न ही निगम प्रशासक. पानी लगे रहने के कारण लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है.
मो. जुबैर आलम, फजीलत मुहल्ला
आक्रोशित लोगों ने दो दिनों का दिया अल्टीमेटम
एक सप्ताह बाद भी जलजमाव की समस्या झेल रहे लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है. वार्ड तीन में बेलाशंकर मुहल्ला में करीब तीन फुट पानी से होकर दर्जनों परिवार आवागमन को विवश हैं. सत्यार्थ शंकर पाठक, अनिता देवी, शंभु साह, शीला देवी, टुनटुन साह, राधा देवी, कृष्णा देवी, राजेश महतो, रानी देवी, इंदू देवी, शनिचरी देवी, फूलो देवी आदि का कहना है कि कंगवा गुमटी तक बने नाले को रैंक प्वाइंट निर्माण के समय बंद कर दिया गया. कुछ लोग नाला अतिक्रमण कर पानी की निकासी को अवरूद्ध कर दिये. दो दिनों के अंदर पानी की निकासी नहीं की गयी तो बेला गुमटी पर मुख्य मार्ग को जाम किया जाएगा.