बेला शंकर में सड़क जाम

आक्रोश . जलनिकासी से परेशान लोग रोड पर उतरे दरभंगा : विश्वविद्यालय थाना के वार्ड नंबर तीन बेला शंकर मुहल्ला में एक पखवाड़ा से अधिक दिनों से जलजमाव की समस्या झेल रहे लोग रविवार को आक्रोशित हो उठे. जलजमाव से पीड़ित लोगों ने बाइपास को जाने वाली मुख्य सड़क को टायर आदि जला कर जाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2017 3:55 AM

आक्रोश . जलनिकासी से परेशान लोग रोड पर उतरे

दरभंगा : विश्वविद्यालय थाना के वार्ड नंबर तीन बेला शंकर मुहल्ला में एक पखवाड़ा से अधिक दिनों से जलजमाव की समस्या झेल रहे लोग रविवार को आक्रोशित हो उठे. जलजमाव से पीड़ित लोगों ने बाइपास को जाने वाली मुख्य सड़क को टायर आदि जला कर जाम कर दिया. आक्रोशित लोग स्थानीय वार्ड पार्षद तथा नगर एवं जिला प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे थे. जाम करने वालों में महिलाएं, बुज़ुर्ग एवं बच्चे भी शामिल थे. सुबह 10 बजे से शुरू जाम जलनिकासी के आश्वासन पर दोपहर करीब एक बजे समाप्त हुआ.
निगम की ओर से नगर प्रबंधक नरोत्तम कुमार साम्राज्य जोन प्रभारी विनोद यादव के साथ जाम स्थल पर पहुंचे थे. श्री साम्राज्य ने सोमवार से दो पंपसेट लगाकर जलनिकासी का आश्वासन दिया. इसके बाद श्री साम्राज्य लोगों के साथ रेलवे ट्रैक के समीप पहुंचे तथा जलजमाव को देखा. जाम के दौरान दोनों ओर दर्जनों गाड़ियां फंसी रही. इससे पूर्व जाम की जानकारी मिलने पर पहुंची विवि थाना की पुलिस ने लोगों को समझाने का पूरा प्रयास की. आक्रोशित लोगों ने पुलिस की बात नहीं मानी. बाद में मेयर बैजयंती देवी खेड़िया भी वहां पहुंची.
पानी में मेरा घर गिर गया है. बाल बच्चों को लेकर गुमती के निकट पन्नी का घर बनाकर विगत 17 दिनों से रह रहे हैं. रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. पार्षद हो या कोई और, हाल-चाल तक पूछने नहीं आया.
लुरकी देवी
रिक्शा चलाकर बाल-बच्चों का पेट भरते हैं. बच्चों को कंधे पर टांग कर स्कूल पहुंचाते हैं. पानी में चलने में डर लगता है. पानी से दुर्गंध आने लगा है. अधिकतर समय घर में ही रहना पड़ता है. रोजी की समस्या उत्पन्न हो गई है.
अर्जुन पासवान
हम लोग मजदूर हैं. मजदूरी कर अपने बाल-बच्चों का पेट भरते हैं. घर गिर गया है. रहने की समस्या उत्पन्न हो गई है. चारों ओर पानी फैला हुआ है. विक्की शर्मा
मूसलधार बारिश के बाद जल जमाव के कारण घर में रहना मुश्किल हो गया है. पार्षद बोलती हैं कि वह कुछ नहीं कर सकतीं. आखिर लोग जाएं तो कहां. किसको अपनी समस्या बताएं.
संतोष कुमार साह

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