जानकारी के अभाव में रेबीज के हो रहे शिकार

डीएमसीएच में रेबीज को लेकर चिकित्सक व छात्रों को दी गयी जानकारी टीम ने उपलब्ध सुविधाओं पर संग्रह किया डाटा दरभंगा : डीएमसीएच के पीएसएम विभाग में सोमवार को बंगलौर से आए डॉ एमके सुदर्शन एवं उनकी टीम ने मेडिकल आफिसर एवं पीजी छात्रों को रेबीज को लेकर ट्रेनिंग दिया. मंगलवार को टीम बहादुरपुर, बिरौल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2017 4:05 AM

डीएमसीएच में रेबीज को लेकर चिकित्सक व छात्रों को दी गयी जानकारी

टीम ने उपलब्ध सुविधाओं पर
संग्रह किया डाटा
दरभंगा : डीएमसीएच के पीएसएम विभाग में सोमवार को बंगलौर से आए डॉ एमके सुदर्शन एवं उनकी टीम ने मेडिकल आफिसर एवं पीजी छात्रों को रेबीज को लेकर ट्रेनिंग दिया.
मंगलवार को टीम बहादुरपुर, बिरौल एवं डीएमसीएच के कम्युनिटि मेडिसिन विभाग में सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का आकलन करेगी. टीम ने बताया कि यह कार्यक्रम केंद्र सरकार एवं डब्लुएचओ के संयुक्त तत्वावधान में मध्यप्रदेश, मणिपुर, केरल, वेस्ट बंगाल, हिमाचल प्रदेश एवं बिहार में चलाया जा रहा है. बिहार में चलाए जा रहे कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को डीएमसी में रेबीज को लेकर जानकारी दी गयी. ट्रेनिंग में विभिन्न अस्पतालों में रेबीज के वर्तमान स्थिति एवं समस्याओं की समीक्षा की गयी. इससे निबटने के लिए टीम ने मेडिकल छात्रों को विस्तार से जानकारी दी. डॉ सुदर्शन ने वर्तमान स्थिति से मेडिकल छात्रों को अवगत कराते हुए कहा कि विषैले जानवरों के काटने के बाद अभी भी कई जगहों पर जनजागरण के अभाव में लोग रेबीज का सुई नहीं लगाते हैं.
दूरदराज के लोग अभी भी अस्पताल नहीं पहुंचकर परंपरागत ईलाज करवा कर छोड़ देते हैं. बाद में यह जानलेवा साबित होती है. कई अस्पतालों में रेबीज के सूई नहीं होने के कारण भी स्वास्थ्य कर्मी लोगों को दो तीन सुई लगाकर छोड़ देते हैं. डॉ सुदर्शन ने बताया कि मंगलवार को विभिन्न अस्पतालों में रेबीज की सुई की उपलब्ध्ता, मरीजों की स्थिति, मरीजों की समस्याओं एवं अन्य कमियों की जांच की जाएगी. ट्रेनिंग के दौरान पीएसएम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ चितरंजन राय समेत विभाग के कई चिकित्सक एवं पीजी के छात्र मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version