दरभंगाः पंजाब पुलिस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से दो युवकों के अपहरण के मामले में शनिवार को मब्बी ओपी क्षेत्र के गेहूंमी स्थित एक मकान में छापेमारी की. हालांकि किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. आरोप है कि विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर पंजाब से दो युवकों को यहां लाकर करीब एक माह तक कैद में रखा गया. बाद में परिजनों से फिरौती लेकर युवकों को छोड़ दिया गया था. पंजाब पुलिस पीड़ित युवकों को साथ लेकर दरभंगा पहुंची थी. मब्बी थाना अध्यक्ष संजय कुमार ने इसकी पुष्टि की है.
क्या है मामला. पंजाब के फतेहगढ़ जिला के खुमानी के सुरजीत सिंह पिता गुरचरण सिंह व अमनदीप सिंह पिता बिजेंद्र सिंह को विदेश भेजने के नाम पर दलालों ने पहले 72 हजार 500 रुपये दोनों से लिये थे. इसके बाद प्लेन से पटना ले आये. वहां से एक इनोवा गाड़ी में इन्हें बिठाया. फिर पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया. जब दोनों बेसुध हो गये, तो अपहर्ता उन्हें मब्बी ओपी क्षेत्र के गेहूंमी स्थित एक मकान में ले आये और 27 फरवरी दोनों को कैद कर दिया. वहां चार-पांच लोग हमेशा पहरा देते थे.
इन्हें हमेशा नशे की सूई दी जाती थी और मारापीटा जाता था. इनके परिजनों से कुछ लोग दोनों की बात भी कराते थे. दोनों के परिजनों से साढ़े 17 लाख रुपये देने पर छोड़ देने की सहमति हुई. जब पैसे का भुगतान एकांउट में कर दिया गया तब जाकर दोनों युवकों को 25 मार्च को मब्बी फोरलेन पर छोड़ दिया गया. वहां से किसी तरह दोनों युवक पटना गये और वहां से पंजाब पहुंचे. युवकों के बयान पर पंजाब के खुमानी थाने में 36/14 मामला दर्ज किया गया. इस मामले में पंजाब पुलिस की पांच सदस्यीय टीम शनिवार की शाम दोनों युवकों को साथ लेकर मब्बी ओपी पहुंची.
मकान मालिक की है पुलिस को तलाश.
जहां दोनों को कैद कर रखा गया था, वह मकान सिंहवाड़ा प्रखंड के भरहुल्ली पंचायत के मुखिया रामनाथ सहनी का है. पूछताछ में पता चला कि जिस कमरे में दोनों को कैद किया गया था, उसे जयनगर निवासी अजय सोगारथ ने किराये पर ले रखा था. पुलिस ने जब मकान मालिक से संपर्क करने का प्रयास किया तो उससे संपर्क नहीं हो पाया. फिलहाल पुलिस रामनाथ सहनी व अजय सोगारथ दोनों को तलाश कर रही है. पंजाब पुलिस ने इस मामले में पंजाब में तीन एजेंटों को भी गिरफ्तार किया है.