मंडलकारा में कैदी उठा रहे चिकन-चिल्ली का लुत्फ

दरभंगा : दरभंगा मंडल कारागार के कैदी जेल में अब स्वादिष्ट नाश्ता और स्नैक्स का आनंद ले रहे हैं. रोजाना उपयोग में आने वाले सामान भी कैदियों को अब जेल में ही उपलब्ध कराया जाएगा. प्रशासन ने जेल में कैदियों के लिए कैंटीन की व्यवस्था कर दी है. इस व्यवस्था से कैदी खुश हैं. कैदियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2017 6:06 AM

दरभंगा : दरभंगा मंडल कारागार के कैदी जेल में अब स्वादिष्ट नाश्ता और स्नैक्स का आनंद ले रहे हैं. रोजाना उपयोग में आने वाले सामान भी कैदियों को अब जेल में ही उपलब्ध कराया जाएगा. प्रशासन ने जेल में कैदियों के लिए कैंटीन की व्यवस्था कर दी है.

इस व्यवस्था से कैदी खुश हैं. कैदियों के लिए समोसा, छोले भटूराे, चाऊमीन, चिकन, चिल्ली, पकौड़ा और जलेबी जैसे स्वादिष्ट नाश्ते की व्यवस्था की गयी है. सब कुछ गरमा- गरम. रोजाना उपयोग में आने वाले टूथपेस्ट, कंघी, साबुन, तेल, शैंपू आदि सामान भी जल्द ही कैदियों को मिलने लगेगा. कैंटीन शुरू करने के लिए सरकार की ओर से 30 हजार रुपये का वित्तीय मदद दी गयी है. एक सप्ताह पूर्व खोले गये कैंटीन का संचालन कैदियों के माध्यम से किया जा रहा है.
इस पर नजर रखने के लिए जेल के एक अधिकारी को तैनात किया गया है. साथ ही कैंटीन के संचालन के लिए जेल अधीक्षक की अध्यक्षता में समिति बनायी गयी है. इसके सदस्य वरीय उप समाहर्ता, जेल अधीक्षक व जेल के डॉक्टर बनाये गये हैं. मुनाफे का 10 प्रतिशत हिस्सा बंदी कल्याण कोष में खर्च किया जायेगा. कैदी अपने पास नकद नहीं रख सकते. आवश्यकता के अनुसार घरवाले या परिचित से पैसे मंगवाकर जेल प्रशासन के पास उन्हें जमा करना होगा. कैंटीन खर्च के लिए कैदी इसका इस्तेमाल कर सकेंगे. फिलहाल कैदी कैश से सामान खरीद रहे हैं, परंतु सरकार की योजना कैशलेश व्यवस्था की है.
इसके लिए कैंटीन में ऑटोमैटिक मशीन लगायी जाएगी. इसमें अंगूठा सटाते ही खर्च की गयी राशि मूल राशि से कट जाएगी. मशीन के स्क्रीन पर कैदी निकासी तथा बची राशि का ब्योरा भी देख व पढ़ सकेंगे. इसके अलावा मशीन से निकासी व बांकी बचे पैसे की जानकारी आवाज के माध्यम से भी दी जायेगी ताकि अनपढ़ कैदी को भी पता चल जाये. कैंटीन में कार्य करने वाले कैदियों (हलवाई) को प्रतिदिन 80 रुपया मजदूरी के रूप में मिलेगा. अन्य कर्मियों को भी काम के अनुसार मजदूरी दी जायेगी. कैंटीन संचालन के लिए दो कैदियों को मनोनीत किया गया है, साथ ही दो कैदियों का चयन समिति द्वारा किया गया है. कैंटीन में सामान की खरीद चयन समिति करेगी. मूल्य तालिका भी टांग दी गयी है.
जेल में खोला गया कैंटीन
नाश्ते में खा सकेंगे समोसा, छोले भटुरे व जलेबी
कैशलेस खरीदारी की हो
रही व्यवस्था
मुनाफे का 10 प्रतिशत पैसा जायेगा बंदी कल्याण कोष में
सरकार के निर्णय के अनुसार कैंटीन बंदियों की सुविधाओं के लिए खोला गया है. कुछ बंदियों के परिजन घर से भोजन बना कर लाते थे. उन्हें अब इसके लिए सप्हात में एक दिन निर्धारित कर दिया गया है. इन्हीं परेशानियों को देखते हुए कैंटीन खोला गया है. कैंटीन का मुनाफा बंदी कल्याण निधि में जमा किया जायेगा. राशि का उपयोग राष्ट्रीय व धार्मिक कार्यक्रम के अवसर पर बंदियों में किया जायेगा. इसके अलावा खेलकूद का सामान भी बंदियों को खरीद कर दिया जायेगा.
ललन कुमार सिन्हा, जेल अधीक्षक

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