कलेक्ट्रेट में कारोबारियों का प्रदर्शन

हंगामा . व्यवसायियों ने चयन प्रक्रिया का किया विरोध, एसडीओ व एसडीपीओ को घेरा भय से प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए अधिकांश कारोबारी दरभंगा : लघु खनिज व्यवसाय के लिए निबंधन के लिये आये व्यवसायियों ने समाहरणालय परिसर में मंगलवार को जम कर हंगामा किया. इस दौरान चयन प्रक्रिया में शामिल हो कर बाहर निकलने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2017 6:35 AM

हंगामा . व्यवसायियों ने चयन प्रक्रिया का किया विरोध, एसडीओ व एसडीपीओ को घेरा

भय से प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए अधिकांश कारोबारी
दरभंगा : लघु खनिज व्यवसाय के लिए निबंधन के लिये आये व्यवसायियों ने समाहरणालय परिसर में मंगलवार को जम कर हंगामा किया. इस दौरान चयन प्रक्रिया में शामिल हो कर बाहर निकलने वाले कई आवेदकों के साथ बाहर खड़े व्यवसायियों ने एसडीओ एवं प्रभारी एसएसपी के सामने पिटाई भी की. हालांकि, सुरक्षा बलों ने मामला शांत कराया. शाम चार बजे तक कोई भी आवेदक डर से समाहरणालय के अंदर प्रवेश नहीं कर सके. लाॅटरी से चयन प्रक्रिया शाम चार बजे के बाद शुरू हुई जो देर रात तक चली. लॉटरी के माध्यम से चयन प्रक्रिया प्रखंडवार की जा रही है. इसकी शुरुआत किरतपुर से की गयी थी.
बताया जाता है कि व्यवसायियों का शिष्टमंडल सुबह 11 बजे से ही उच्च न्यायालय के आदेश की प्रति के साथ मिलना चाह रहा था, लेकिन डीएम ने मिलने से इंकार कर दिया. नतीजतन कई घंटे तक हो-हंगामा के साथ ही सरकार तथा प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते रहे. स्थिति को भांपते हुए डीएम ने शाम चार बजे के बाद इन व्यवसायियों से वार्ता की.
डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बालू-गिट्टी व्यवसायी शिष्टमंडल से कहा कि उच्च न्यायालय का आदेश प्राप्त हो चुका है. किसी सूरत में लाइसेंस वितरण नहीं होगा, जब तक उच्च न्यायालय का अगला आदेश नहीं आ जाता है. लाइसेंस उपलब्ध कराने के लिए सूची तैयार की जा रही है. प्रक्रिया में व्यवधान डालने वाले व्यवसायियों पर प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है.
उधर, बालू-गिट्टी व्यवसायियों का कहना था कि जीएसटी एवं अन्य कर सरकार को देते हैं, तो फिर नयी नियमावली का क्या औचित्य है. इस कार्य से जुड़े व्यवसायी के यहां अब भी लाखों के माल पड़े हैं. उस सामग्री का क्या होगा. कई व्यापारियों के लाखों उधारी फंसे हैं. दुकान बंद हो जाने से रुपये डूब जाने की संभावना है.
मालूम हो कि जिला में इसके लिए 1458 आवेदन प्राप्त हुए थे. इसमें 999 आवेदन स्वीकार कर मोबाइल के माध्यम से मैसेज देखकर आमंत्रित किया गया था. इसमें 659 आवेदक पहुंच भी गये थे, जिनका आवेदन विभिन्न कारणों से अस्वीकृत कर दिया गया था.
चयन समिति में वरीय उपसमाहर्ता मोबिन अली अंसारी, खनन प्रभारी पदाधिकारी अनिल कुमार, एमवीआइ एसपी तिवारी, टीओ नीलकमल, उत्पाद अधीक्षक गणेश प्रसाद आदि मौजूद थे.

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