अहल्यास्थान के सिया-पिया निवास पर उमड़े श्रद्धालुगण
दोपहर 12 बजे खुला मंिदर का पट कमतौल : धार्मिक तीर्थ स्थल अहल्यास्थान में मंगलवार को प्राकट्योत्सव पर जगत जननी मां सीता के भक्तों की आस्था छलक पड़ी. सुबह से ही मंदिरों में प्राकट्योत्सव की तैयारी चल रही थी. विशेष साज-सज्जा से मंदिर चमक रहे थे, तो गर्भगृह के भीतर अर्चकों की टोली पूरी संजीदगी […]
दोपहर 12 बजे खुला मंिदर का पट
कमतौल : धार्मिक तीर्थ स्थल अहल्यास्थान में मंगलवार को प्राकट्योत्सव पर जगत जननी मां सीता के भक्तों की आस्था छलक पड़ी. सुबह से ही मंदिरों में प्राकट्योत्सव की तैयारी चल रही थी. विशेष साज-सज्जा से मंदिर चमक रहे थे, तो गर्भगृह के भीतर अर्चकों की टोली पूरी संजीदगी से माता सीता के प्राकट्योत्सव की रस्म निभाने में तल्लीन नजर आ रहे थे. दोपहर 12 बजते ही मंदिरों के पट खुल गये. प्राकट्योत्सव की महाआरती से पूरा इलाका गूंज उठा.
महाआरती संपन्न होते ही समवेत स्वर में स्तुति गान शुरू हुआ. तदुपरांत प्रसाद वितरण और भंडारा का आयोजन हुआ.आशा के अनुरूप अहल्यास्थान स्थित आस्था के केंद्र सिया-पिया निवास पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. जन्मोत्सव के अवसर पर श्रद्धालुओं की उमड़ने वाली भीड़ से वयोवृद्ध महंत खुशी से फुले नहीं समा रहे थे, वहीं महंत बजरंगी शरण की खुशी का ठिकाना नहीं था. श्रद्धालुओं पर चॉकलेट और पैसों का बारिश कर रहे थे. इसके अलावा कई अन्य मंदिरों में भी भगवती सीता का प्राकट्योत्सव मनाया गया.
सिया-पिया निवास में महंत बजरंगी शरण के संयोजन में प्राकट्योत्सव मनाए जाने के साथ देर शाम बधाई गान की महफिल सजी. इसमें कंगन मांगे ननदी, लाल की बधाई जैसे पारंपरिक बधाइया के बोल वातावरण में भक्ति रस घोलते रहे. देर रात तक भक्ति की रसधार में श्रद्धालु गोते लगाते रहे.