Darbhanga News:दरभंगा. लनामिवि के सामाजिक विज्ञान संकाय के शोधार्थियों के प्रस्तुत शोधप्रारुप की स्वीकृति के लिए बुधवार को पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च काउंसिल (पीजीआरसी) की बैठक कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में हुई. बैठक कुलपति के आवासीय कार्यालय पर हुई. बैठक में शोध की गुणवत्ता और आयामों के निर्धारित मानक के अनुरूप स्वीकृति के लिए विमर्श हुआ. सामाजिक विज्ञान संकाय के तहत सात विषय एआइएच, भूगोल, इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, मनोविज्ञान और समाजशास्त्र के शोधप्रारुप पर मंथन किया गया. बैठक में विशिष्ट आमंत्रित सदस्य के तौर पर ऑनलाइन मोड में तीन विशेषज्ञ शामिल हुए. इसमें डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची के कुलपति प्रो. तपन कुमार शांडिल्य, तिलका मांझी विश्वविद्यालय,भागलपुर के इतिहास विभाग के प्रो. दयानंद राय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, बनारस के सोसियोलॉजी के प्रो. सतीश राय शामिल थे. तिलका मांझी विश्वविद्यालय, भागलपुर के भूगोल विभाग के प्रो. संजय कुमार झा ने बतौर आमंत्रित विशिष्ट सदस्य रिसर्च व एनालायसिस पर बल देते हुए शोध प्रारूप व शोध की संरचना को ध्यान में रखते हुए विचार रखा.
आंशिक संशोधन के साथ स्वीकृत हुई सिनोप्सिस
बैठक में सभी सात विषयों में शोधार्थियों के सिनोप्सिस के शीर्षक कतिपय आंशिक संशोधन के साथ स्वीकृत किए गया. एआइएच में दो, अर्थशास्त्र में 15, भूगोल में पांच, इतिहास में 34, राजनीति शास्त्र में 31, मनोविज्ञान में 18 और समाजशास्त्र में 12 यानि कुल 117 सिनोप्सिस स्वीकृत किया गया. बैठक में संबद्ध संकायाध्यक्ष प्रो. पीसी मिश्रा, सभी विषयों के पीजी विभागाध्यक्ष व प्रोफेसर, कुलसचिव डॉ अजय कुमार पंडित, परीक्षा नियंत्रक प्रो. विनोद कुमार ओझा, उप परीक्षा नियंत्रक (शोध) डॉ सुरेश पासवान, उप परीक्षा नियंत्रक (व्यावसायिक) डॉ मनोज कुमार, उप परीक्षा- नियंत्रक (सामान्य) डॉ इंसान अली, उप कुलसचिव प्रथम डॉ राजीव कुमार, विश्वविद्यालय शोध आंतरिक कमेटी सदस्य प्रो. अरुण कुमार सिंह, प्रणतांतरि भंजन आदि उपस्थित थे.
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