समर्थकों के साथ 28 को जेडीयू में शामिल होंगे लालू के करीबी रहे अली अशरफ फातमी, CM नीतीश की तारीफ की, कहा….
दरभंगा / पटना : राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के मुखिया लालू प्रसाद यादव के करीबी रहे व पार्टी छोड़ चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री अशरफ अली फातमी 28 जुलाई को राजधानी पटना में समर्थकों के साथ जेडीयू का दामन थामेंगे.पंडासराय स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को उन्होंने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उनके साथ आरजेडी […]
दरभंगा / पटना : राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के मुखिया लालू प्रसाद यादव के करीबी रहे व पार्टी छोड़ चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री अशरफ अली फातमी 28 जुलाई को राजधानी पटना में समर्थकों के साथ जेडीयू का दामन थामेंगे.पंडासराय स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को उन्होंने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उनके साथ आरजेडी के कई पदाधिकारी और विधायक भी जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करेंगे. फातमी ने दावा किया. कहा कि हजारों वाहनों के काफिले के साथ वे 28 को पटना पहुंचेंगे.
उत्तर बिहार में अल्पसंख्यक का बड़ा चेहरा माने-जानेवाले अशरफ अली फातमी लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की कार्यशैली से खफा चल रहे थे. अली अशरफ फातमी ने लोकसभा चुनाव से पहले आरजेडी के विरोध में आवाज बुलंद की थी. इसके बाद पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था. बाद में फातमी ने मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर नामांकन दाखिल किया था. बिहार में वर्ष 2020 में होनेवाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए जेडीयू में शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलने की उम्मीद है.
मुख्यमंत्री नीतीश की जमकर की तारीफ
अशरफ अली फातमी ने प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अच्छे इन्सान हैं. उनकी योजनाओं से प्रभावित होकर जेडीयू में शामिल होने का फैसला किया है. पूरे बिहार के अल्पसंख्यकों को नीतीश कुमार पर भरोसा है. मुख्यमंत्री की योजनाएं अल्पसंख्यकों के लिए लाभदायक हैं.राज्य न्याय के साथ विकास हो रहा है. बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत व बचाव कार्य त्वरित गति से चलाया जा रहा है. 30 साल के राजनीतिक जीवन में पहली बार इस तरह का बाढ़ राहत अभियान देखने को मिला.
तेजस्वी से नाराज चल रहे थे फातमी
पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की कार्यशैली से नाराज चल रहे थे. पार्टी छोड़ने की घोषणा करने के समय उन्होंने कहा था कि तेजस्वी की उम्र से ज्यादा समय से मैं राजनीति कर रहा हूं. आरजेडी छोड़ने के बाद लालू प्रसाद ने मुझे पार्टी से जोड़ा था, ना कि मैं पार्टी या लालू प्रसाद यादव के पास गया था. मालूम हो कि उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा था कि मुझे पार्टी ने छह साल के लिए बिना नोटिस दिये निकाल दिया है. लेकिन, आरजेडी नेता व लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पार्टी के खिलाफ रोज बोलते हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है?