सड़क पर भटक रहे आवारा पशुओं के मालिकों से निगम वसूलेगा दंड

फैसला : प्रस्ताव को निगम की स्थायी समिति ने दी मंजूरी एक हजार से 25 सौ रुपये तक लिया जायेगा जुर्माना पकड़े गये पशुओं के चारा परपैसा किया जायेगा खर्च मेयर, डिप्टी मेयर व नगर आयुक्त के लिए बैंक से कर्ज लेकर खरीदी जायेगी गाड़ी 20 स्थानों पर शांत क्षेत्र का लगाया जायेगा बोर्ड दरभंगा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2019 2:35 AM

फैसला : प्रस्ताव को निगम की स्थायी समिति ने दी मंजूरी

एक हजार से 25 सौ रुपये तक लिया जायेगा जुर्माना
पकड़े गये पशुओं के चारा परपैसा किया जायेगा खर्च
मेयर, डिप्टी मेयर व नगर आयुक्त के लिए बैंक से कर्ज लेकर खरीदी जायेगी गाड़ी
20 स्थानों पर शांत क्षेत्र का लगाया जायेगा बोर्ड
दरभंगा टावर के आसपास अतिक्रमण का उठा मुद्दा
दरभंगा :सड़क पर धमा-चौकड़ी कर रहे आवारा पशुओं के खिलाफ निगम ने अब सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. इधर-उधर भटकते जानवरों को पकड़ कर उसके मालिकों से दंड वसूला जायेगा. पकड़े गये जानवरों के रखने में आने वाले खर्च पर दंड का रुपया खर्च होगा. एक हजार से 25 सौ रुपये तक जुर्माना लिया जायेगा. इस बावत लाये गये प्रस्ताव को नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति ने मंगलवार को हरी झंडी दिखा दी. समिति की बैठक मेयर बैजयंती देवी खेड़िया की अध्यक्षता में हुई. बैठक में इसके अलावा शांत क्षेत्रों में भारी वाहनों की आवाज से हो रही परेशानी का भी मामला उठा. प्रथम चरण में 20 स्थानों पर शांत क्षेत्र का बोर्ड लगाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया.
बैठक में लाये गये सभी एजेंडों को स्वीकृत कर दिया गया. इसमें अधिकतर सड़क-नाल निर्माण, तेल व वाहनों के मरम्मत आश्रय स्थल, केयर टेकर का भुगतान आदि से जुड़ा था. अतिक्रमण पर सवाल खड़ा करते हुए अजय जालान ने कहा कि निगम द्वारा केवल नोटिस कर छोड़ दिया जाता है. इससे निगम के प्रति लोगों के मन में गलत सोच उत्पन्न होता है. सीओ को कई बार पत्र भेज अनुरोध के बावजूद कार्रवाई नहीं की जाती. दरभंगा टावर सहित शहर का अन्य हिस्सा अतिक्रमण की चपेट में है. मुख्य सड़क किनारे खराब वाहनों को लगा कर लावारिश छोड़ देने का मुद्दा पार्षद शिवगतुल्ला खां, सोहन यादव ने उठाया. नगर आयुक्त ने इस पर कार्रवाई का भरोसा दिया.
समरसेबुल से लोग नहींहो रहे लाभान्वित
पार्षद शिवगतुल्लाह खां ने कहा कि जलसंकट से जूझ रहे शहरवासियों को राहत पहुंचाने के लिये समरसेबुल की मदद से पेयजल मुहैया करायी जा रही है. इसका जो लाभ मिलना चाहिए वह नहीं मिल पा रहा है. एक लाख रुपये खर्च के निर्णय के बावजूद पाइप लगाकर जलापूर्ति की दिशा में कार्रवाई नहीं की गयी. एइ सउद आलम ने निविदा निकाले जाने की बात कही. पार्षद सुबोध विश्वकर्मा ने अबतक वार्ड 19 में हर घर नल जल योजना शुरू तक नहीं होने की बात कही.
पैरवीकारों के वार्डों मेंही होता है काम
पार्षद शिवगतुल्ला व नुसरत आलम ने नगर आयुक्त से कहा कि रसूखदार व पैरवीकार वार्डो में ही पीएचइडी व बुडको द्वारा काम किया जाता है. जबाव में नगर आयुक्त ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही. दूसरी ओर ई-रिक्सा खरीद में गुणवत्ता को दरकिनार कर मेल-मिलाप से पैसा गबन करने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग पार्षद शिवगतुल्ला ने उठायी.

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