डीएमसीएच के गायनी परिसर में सर्जरी भवन निर्माण में पेच
दरभंगा : डीएमसीएच के गायनी परिसर में सर्जरी भवन निर्माण को लेकर गतिरोध उत्पन्न हो गया है. विभागीय प्रधान सचिव के आदेश के बावजूद चयनित भूमि पर पुराने मकान को तोड़ने की प्रक्रिया अभी तक शुरु नहीं हो पाई है. सबसे बड़ी बाधा जीएनएम नर्स क्वार्टर को लेकर हो रही है. क्वार्टर में रह रही […]
दरभंगा : डीएमसीएच के गायनी परिसर में सर्जरी भवन निर्माण को लेकर गतिरोध उत्पन्न हो गया है. विभागीय प्रधान सचिव के आदेश के बावजूद चयनित भूमि पर पुराने मकान को तोड़ने की प्रक्रिया अभी तक शुरु नहीं हो पाई है. सबसे बड़ी बाधा जीएनएम नर्स क्वार्टर को लेकर हो रही है. क्वार्टर में रह रही 22 नर्सों ने वैकल्पिक व्यवस्था के बिना क्वार्टर खाली करने से साफ इनकार कर दी है.
नर्सों ने अधीक्षक डॉ आरआर प्रसाद से मुलाकात कर अपना निर्णय सुना दी है. उधर, अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था पर इस मामले का असर नहीं पड़े इसे लेकर अधीक्षक पशोपेश में हैं. इसे लेकर अधीक्षक की कई बार प्राचार्य डॉ एसके झा से बात हो चुकी है. प्राचार्य ने मौजूदा स्थिति से स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराने की बात कही है.
क्वार्टर खाली कराने पर चिकित्सा व्यवस्था पर पड़ेगा असर : डीएमसीएच के गायनी परिसर में बने क्वार्टर में 22 नर्स रह रही है. सर्जरी भवन निर्माण को लेकर उन्हें जगह खाली कराने का आदेश दे दिया गया है, लेकिन डीएमसीएच प्रशासन की मानें तो नर्स के अन्यत्र चले जाने से चिकित्सा व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ेगा. डीएमसीएच प्रशासन नर्सों के लिए परिसर में ही वैकल्पिक आवास की व्यवस्था कराने का प्रयास कर रहा है. जानकारी के अनुसार गायनी विभाग के पीछे नर्सिंग कॉलेज में उन्हें शिफ्ट करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया जा रहा है.
बीएमएसआइसीएल के अधिकारी ने प्राचार्य से ली जानकारी : स्वास्थ्य विभाग सर्जरी भवन निर्माण को लेकर संजीदा है. इस संबंध में प्रधान सचिव ने बीएमएसआइसीएल को आवश्यक निर्देश दिया है. आगे की कार्रवाई को लेकर बीएमएसआइसीएल के अधिकारी प्राचार्य से संपर्क बनाए हुए हैं. गुरुवार को बीएमएसआइसीएल के अधिकारी ने सर्जरी भवन निर्माण को लेकर जानकारी मांगी. प्राचार्य ने मौजूदा स्थिति से अधिकारियों को अवगत कराया. सूत्रों की मानें तो अब 15 अक्तूबर से निर्माण को लेकर पहल किए जाने की संभावना है. ठोस पहल के लिए डीएमसीएच प्रशासन स्वास्थ्य विभाग पर नजर टिकाए हुए है. उधर से निर्णय आने पर ही आगे की कार्रवाई हो सकेगी.