ज्वलनशील पदार्थ फेंकने से लगी थी संपर्क क्रांति की बोगी में आग

चार सदस्यीय जांच दल की पड़ताल में मिले प्रमाण बर्थ की रेक्सीन से फैली आग से बोगी हुई खाक दरभंगा : बिहार संपर्क क्रांति में किसी बाहरी तत्व की करतूत की वजह से आग लगी. इसका खुलासा गुरुवार को डीआरएम की ओर से गठित चार सदस्यीय पदाधिकारियों के उच्च स्तरीय जांच दल की रिपोर्ट से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2019 2:35 AM

चार सदस्यीय जांच दल की पड़ताल में मिले प्रमाण

बर्थ की रेक्सीन से फैली आग से बोगी हुई खाक
दरभंगा : बिहार संपर्क क्रांति में किसी बाहरी तत्व की करतूत की वजह से आग लगी. इसका खुलासा गुरुवार को डीआरएम की ओर से गठित चार सदस्यीय पदाधिकारियों के उच्च स्तरीय जांच दल की रिपोर्ट से हुआ है. सनद रहे कि जंक्शन के यार्ड में बीती रात लगी आग में संपर्क क्रांति की एक स्लीपर कोच पूरी तरह जलकर खाक हो गया था. यह हादसा उस समय हुआ था, जब ट्रेन की रेक को शंटिंग किया जा रहा था.
11 कर्मियों का लिया गया बयान : रात में ही डीआरएम आशोक माहेश्वरी ने जांच दल गठित कर दी थी. गुरुवार के पूर्वाह्न में ही टीम जंक्शन पर पहुंच गयी. इसमें सीडीओ सह स्थानीय स्टेशन डायरेक्टर बलराम, सहायक परिचालन प्रबंधक संरक्षा मनोज कुमार, एइएन-वन दिलीप कुमार तथा सहायक मंडल सुरक्षा आयुक्त अजित कुमार शाही शामिल थे. इन लोगों ने करीब नौ घंटे तक इस मामले की मैराथन जांच की.
इस दौरान घटना के समय तैनात प्वाइंट्स मैन, शंटर, चालक, कांटावाला, बिजली विभाग के कर्मी, कैरेज एंड बैगन विभाग के कर्मचारी, आरपीएफ स्टाफ सहित 11 कर्मियों का अलग-अलग बयान दर्ज किया. सभी के बयार को कलमबद्ध करने के साथ ही बोगी की भी गहन जांच की. जांच के क्रम में एसएस अशोक कुमार सिंह, आरपीएफ इंस्पेक्टर जवाहर लाल, जीआरपी थानाध्यक्ष एसके द्विवेदी सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी थे.
जांच दल ने भविष्य में इस तरह के हादसे की पुनरावृत्ति रोकने के लिए यार्ड में बाहरी तत्वों के प्रवेश पर पूरी तरह नकेल कसने, यार्ड की पेट्रोलिंग बढ़ाने, कर्मियों की संख्या में वृद्धि करने, जंक्शन सहित जरूरी जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने सहित कई सुझाव दिये गये हैं.
इधर, इस घटना की जांच के लिए एफएसएल की टीम भी यहां पहुंची. मुजफ्फरपुर से पहुंचे तीन सदस्यीय जांच दल ने जलकर खाक बोगी की गहन जांच की. कई साक्ष्य जांच के लिए लिये. इसके बाद टीम वापस लौट गयी. बताया जाता है कि साक्ष्यों की लैब में जांच की जायेगी. इसके बाद अगलगी के कारण की पड़ताल होगी.

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