आदिल की लाश पहुंचते ही मचा कोहराम, गम में डूबा विशनपुर

परिजनों के कारुणिक चीत्कार से गमगीन हुआ वातवारण सीओ ने चुकाया एंबुलेंस का किराया, आज दामाद एखलाक का शव पहुंचने की उम्मीद दिल्ली अग्निकांड सदर : दिल्ली से आदिल का शव गांव पहुंचते ही अलफगंज विशनपुरडीह में कोहराम मच गया. परिजनों के कारुणिक चीत्कार से वातावरण गमगीन हो गया. बुधवार की सुबह एंबुलेंस से अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2019 2:01 AM

परिजनों के कारुणिक चीत्कार से गमगीन हुआ वातवारण

सीओ ने चुकाया एंबुलेंस का किराया, आज दामाद एखलाक का शव पहुंचने की उम्मीद
दिल्ली अग्निकांड
सदर : दिल्ली से आदिल का शव गांव पहुंचते ही अलफगंज विशनपुरडीह में कोहराम मच गया. परिजनों के कारुणिक चीत्कार से वातावरण गमगीन हो गया. बुधवार की सुबह एंबुलेंस से अपने बेटे आदिल का शव को लेकर अब्बू मो. हकीम के पहुंचे. पूरे गांव में मातम छा गया. अम्मी शमीमा खातून अपने बेटे की लाश को देखते ही चीत्कार कर उठी.
कारुणिक विलाप से मोहल्लावासियों की नींद खुली. घर पर लोगों की भीड़ जुटने लगी. पुत्र के शव के साथ लिपकर रोते देख मोहल्लावासियों की आंखें भी नम हो उठी. उसे ढांढस बांधने की भी कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे. पड़ोस की महिलाएं संभालने की नाकाम कोशिश कर रही थी. इधर, दिल्ली से शव पहुंचते ही सीओ अरुण कुमार सक्सेना पहुंचे. एंबुलेंस चालक को किराये का 84 हजार का चेक उपलब्ध कराया.
वहीं मो. हकीम के मृत दामाद की लाश दिल्ली से रिलीज नहीं की जा सकी है. वहां के पदाधिकारी द्वारा उसकी पत्नी के आने पर ही शव देने की बात कही गयी थी. इसके बाद पत्नी शहनवाज मंगलवार को ही दिल्ली के लिए रवाना हो गयी थी. दामाद एकलाख का शव गुरुवार तक यहां पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. मालूम हो कि मो. हकीम दो पुत्रों के साथ दिल्ली की बैग बनानेवाली फैक्टरी में काम कर रहे थे.
गेहूं बोआई के कारण पिछले दिनों वे घर आ गये थे, जबिक दो पुत्र वहीं काम कर रहे थे. छोटा पुत्र आदिल भी वहीं उन सभी के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा था. फैक्ट्री में आग लगने से जहां दो पुत्र जख्मी हो गये, वहीं आदिल व दामाद एखलाक दम घुटने से मौत हो गयी. दोपहर बाद आदिल के शव को सुपुर्दे खाक कर दिया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.

Next Article

Exit mobile version