दरभंगा. मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा के निर्देश पर प्रमंडलीय आयुक्त मनीष कुमार ने बुधवार को डीएमसीएच का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में डीएमसीएच की लचर चिकित्सा व्यवस्था की कलई खुल गयी. यह हालत तब रहा, जबकि कल रात ही मुख्य सचिव ने बुधवार के निरीक्षण की पूर्व जानकारी अस्पताल प्रबंधन को दे दी थी. बावजूद कुल 258 में से 188 डॉक्टर अस्पताल से गायब मिले. 58 चिकित्सक किसी तरह भागते-भागते ड्यूटी पर पहुंच सके. प्रमंडलीय आयुक्त सुबह करीब आठ बजे अस्पताल पहुंच गये थे. करीब पांच घंटे तक आधे दर्जन से अधिक विभागों का निरीक्षण किया्. इसमें आपातकालीन, ओपीडी, सुपरस्पेशलिटी, मेडिसिन, इएनटी, एमसीच, मेडिसिन आदि विभाग शामिल है. आयुक्त सबसे पहले आपातकालीन विभाग गये. वहां चिकित्सक चैंबर, नर्स ड्यूटी रूम, दवा काउंटर, मरीज परीक्षण कक्ष, पीओडी, एसओडी रूम का जायजा लिया. ओपीडी में मेडिसिन, दवा काउंटर, सर्जरी, ऑर्थो, फिजियोथेरेपी आदि विभागों को देखा. सुपरस्पेशलिटी में रेडियोलॉजी विभाग का निरीक्षण किया. मेडिसिन आइसीयू, आइटी सेक्शन का जायजा लिया. इसके बाद एमसीएच, अधीक्षक कार्यालय गये. निरीक्षण के दौरान वे प्रमुख रूप से चिकित्सक एवं कर्मियों की रोस्टर के अनुसार उपस्थिति जांची. अधिकांश चिकित्सक व कर्मी डयूटी से अनुपस्थित मिले. कमिश्नर ने उपस्थिति पंजिका का फोटो लिया. अवकाश पर गये चिकित्सक व कर्मियों का आवेदन मांगा. आयुक्त ने कहा कि जांच रिपोर्ट विभाग को सौंपी जायेगी. लापरवाह कर्मियों पर कार्रवाई होगी.
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