इंदिरा आवास सहायक पर योजना चयन की जिम्मेदारी छोड़ कर्मी गायब
बिरौल. मनरेगा की ओर से चल रहे गांव में योजना का सर्वे यहां फ्लॉप साबित हो रहा है. विभिन्न पंचायतों में इंदिरा आवास सहायक पर योजना चयन की जिम्मेदारी छोड़ सभी छह कर्मी गायब रहते हैं़ जब इसकी शिकायत प्रमुख गणेश पासवान को मिली तो उन्होंने पीओ शंभु भगत से पूरी जानकारी ली. इसमें किसान […]
बिरौल. मनरेगा की ओर से चल रहे गांव में योजना का सर्वे यहां फ्लॉप साबित हो रहा है. विभिन्न पंचायतों में इंदिरा आवास सहायक पर योजना चयन की जिम्मेदारी छोड़ सभी छह कर्मी गायब रहते हैं़ जब इसकी शिकायत प्रमुख गणेश पासवान को मिली तो उन्होंने पीओ शंभु भगत से पूरी जानकारी ली. इसमें किसान सलाहकार, विकास मित्र, टोला सेवक, पंचायत सेवक, पंचायत रोजगार सेवक सहित कर्मी की सात सदस्यीय टीम बनायी गयी है. उन्हें प्रखंड मुख्यालय पर योजना का सर्वे और इसके चयन का प्रशिक्षण मिला. इसमें करीब एक लाख बीस हजार रुपये खर्च भी हुए इन्हीं लोगों द्वारा पंचायत में योजनाओं का सर्वे करना था. प्रत्येक पंचायत में 12 हजार रुपया सरकार की ओर से मानदेय के तौर पर कर्मी को मिला है, परंतु धरातल पर यह नजर नहीं आ रहा है.