आकाशवाणी में खंडित हो रही मैथिली की स्तरीयता

अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कंेद्र सरकार से शिकायत का प्रस्ताव पारितफोटो. परिचय. 9 परिचय. सम्मेलन विचार रखते वक्ता व उपस्थित लोगप्रतिनिधि, दरभंगा : अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के तत्वावधान में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न हो गया. इसमें कई प्रस्ताव पारित किये गये. जोगी जनक की अध्यक्षता में अंतिम सत्र में आकाशवाणी दरभंगा के कार्यक्रमों में लगातार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2014 11:02 PM

अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कंेद्र सरकार से शिकायत का प्रस्ताव पारितफोटो. परिचय. 9 परिचय. सम्मेलन विचार रखते वक्ता व उपस्थित लोगप्रतिनिधि, दरभंगा : अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के तत्वावधान में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न हो गया. इसमें कई प्रस्ताव पारित किये गये. जोगी जनक की अध्यक्षता में अंतिम सत्र में आकाशवाणी दरभंगा के कार्यक्रमों में लगातार गिर रही मैथिली की स्तरीयता पर नाराजगी जाहिर की गयी. इसके लिए केंद्र सरकार से मांग की गयी. साथ ही पूर्व प्रसारित कार्यक्रमों का बार-बार प्रसारण व साहित्यकारों को नहीं बुलाये जाने पर भी सवाल उठाया गया. हालचाल को दरभंगा तक ही सीमित कर अन्य जिलों के श्रोताओं को अपने से काट रही है. मौके पर केंद्र सरकार से नवोदय व केंद्रीय विद्यालयों में मैथिली में पढ़ाई शुरु करने की मांग की गयी. वहीं राज्य सरकार से सभी स्कूलों में मैथिली की किताब उपलब्ध कराने, इस भाषा को द्वितीय राज भाषा का दर्जा दिये जाने की मांग की गयी. मौके पर वक्ताओं ने मिथिलावासियों से मैथिली का प्रयोग सभी जगह करने का आग्रह किया. इस अवसर पर गत रात भव्य कवि सम्मेलन भी हुआ. राजेश्वर नेपाली की अध्यक्षता व प्रेमकांत झा के संचालन में कवियों ने अपनी रचनाओं श्रोताओं को मुग्ध कर दिया. डॉ धनाकर ठाकुर, डॉ भुवनेश्वर गुरमैता, भीमनाथ झा, कमलकांत झा आदि ने मैथिला राज्य के औचित्य पर विचार रखे.

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