स्कूलों की सुरक्षा को ले प्रशासन गंभीर

दरभंगा : पेशावर के सैनिक स्कूल में आतंकवादी घटना को लेकर सीबीएसइ ने एहतियाती उपाय के लिए स्कूलों के लिए नई दिशा निर्देश जारी किया है. गत 19 दिसंबर 14 के आदेश में वर्ष 2010 के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिडियोर (एसओपी) में बचाव के नये तरीके सुझाये गये हैं. स्कूलों को इस तरह के घटनाओं से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2014 9:07 AM
दरभंगा : पेशावर के सैनिक स्कूल में आतंकवादी घटना को लेकर सीबीएसइ ने एहतियाती उपाय के लिए स्कूलों के लिए नई दिशा निर्देश जारी किया है. गत 19 दिसंबर 14 के आदेश में वर्ष 2010 के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिडियोर (एसओपी) में बचाव के नये तरीके सुझाये गये हैं.
स्कूलों को इस तरह के घटनाओं से बचाव के लिए प्रभारी तंत्र विकसित करने को कहा है. सभी स्कूलों में तीन से चार मुख्य द्वार होना अनिवार्य है, जिस पर चौबीसों घंटे प्रत्येक द्वार पर कम से कम तीन सुरक्षा प्रहरी होना चाहिए. इसके साथ ही आतंकवादी घटना में बच्चों की सुरक्षा का मॉकड्रिल करने के निर्देश जारी किये हैं, ताकि आपात स्थिति में अफरातफरी का माहौल नहीं हो सके.
आपात स्थिति मे बचाव का करें रिहर्सल (मॉकड्रिल)
स्कूलों में आतंकवादी घटनाओं से बचाव के लिए सीबीएसइ ने मॉकड्रिल करने को कहा है. सीबीएसइ के हाल के गाइड लाइन में कहा गया है कि किसी अज्ञात के प्रवेश के साथ ही तमाम एहतियात उपाय का रिहर्सल जरूरी है ताकि आपात स्थिति में बचाव हो सके.
दिशा निर्देश में बम, बंदूक आदि से बचाव के लिए स्कूल प्रबंधन शिक्षक एवं छात्रों को किस तरह से कार्य करा है, इसकी विस्तृत चर्चा की गयी है. बच्चों को खुले मैदान में एकत्रित नहीं करने, पुलिस को सूचना, सुरक्षित जगह आदि के इस्तेमाल के तरीके के बारे में बताया गया है.
आपात स्थिति में शिक्षक बच्चे को नजदीक के सुरक्षित कमरे तथा निकट के द्वार से निकलने के क्रियाकलाप पर विशेष ध्यान देने को कहा. इसके साथ ही स्कूल के नजदीक आने-जाने वाले वाहन आदि पर ध्यान रखकर किस तरह से बचाव किया जा सकता है, इसपर विस्तृत चर्चा की गयी है

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