सुविधा का दंश ङोल रहा प्रसूति विभाग

दरभंगा : एक तरफ सरकार 150 करोड़ की लागत से आठ सुपर स्पेशिलिटी विभाग बनाने की तैयारी में है. वहीं डीएमसीएच का प्रसूति विभाग बुनियादी सुविधाओं के लिए भी मोहताज बना है. न शुद्ध पेयजल की अच्छी व्यवस्था है और नहीं बेड की हालत ठीक है. चारों ओर कचरे का अंबार लगा है. इस ओर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2014 7:01 AM
दरभंगा : एक तरफ सरकार 150 करोड़ की लागत से आठ सुपर स्पेशिलिटी विभाग बनाने की तैयारी में है. वहीं डीएमसीएच का प्रसूति विभाग बुनियादी सुविधाओं के लिए भी मोहताज बना है. न शुद्ध पेयजल की अच्छी व्यवस्था है और नहीं बेड की हालत ठीक है. चारों ओर कचरे का अंबार लगा है.
इस ओर विभाग संजीदा नजर नहीं आ रहा. खामियाजा मरीजों व उनके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है. विभाग के 143 में प्राय: सभी बेड की हालत बदतर है. अधिकांश बेड का गद्दा फटा पड़ा है. खाली लोहे के बेड पर इस शीतलहरी में मरीजों की स्थिति खराब हो रही है.
मशीनों की देख-रेख सही से नहीं होने के कारण बेकाम साबित हो रहे हैं. विभाग में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लगा मशीन को जंग खा रहा है. लोग पानी के लिए भटक रहे हैं. गंदगी के बीच स्थित चापाकल से ‘प्रदूषित’ पानी पीने को मजबूर हैं. दूसरी ओर पूरा विभाग कचरों से लिपटा नजर आ रहा है. सूअर व अन्य जानवर दिन-रात इसमें विचरण करते रहते हैं. चिकित्सकों की मानें तो ऑपरेशन के मरीजों के लिए यह गंदगी खतरनाक साबित हो सकता है.

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