शीतलहर ने तोड़ा 10 वर्षों का रेकार्ड
एक महीना से जारी है शीतलहरतापमान पहुंचा 8 डिग्री पर दरभ्ंागा. कड़ाके की ठंड ने विगत 10 वर्षों का रिकार्ड शनिवार को तोड़ दिया. दिसंबर के पहले सप्ताह से शीतलहर की शुरुआत हुई थी. पूर्व के वर्षों में अधिकतम 10 से 12 दिनों तक शीतलहर एवं व्यापक कुहासा का प्रभाव रहता था. गत सात दिसंबर […]
एक महीना से जारी है शीतलहरतापमान पहुंचा 8 डिग्री पर दरभ्ंागा. कड़ाके की ठंड ने विगत 10 वर्षों का रिकार्ड शनिवार को तोड़ दिया. दिसंबर के पहले सप्ताह से शीतलहर की शुरुआत हुई थी. पूर्व के वर्षों में अधिकतम 10 से 12 दिनों तक शीतलहर एवं व्यापक कुहासा का प्रभाव रहता था. गत सात दिसंबर 2014 से मिथिलांचल में शीतलहर का प्रभाव शुरू हुआ. दिसंबर के अंतिम सप्ताह में तापमान न्यूनतम 7 डिग्री तक जाने के बाद भी लोगों को ऐसी कंपकंपी का अहसास नहीं हो रहा था. लेकिन दो दिनों से तेज पछुआ हवा एवं कुहासा के कारण कंपकंपी और बढ़ गयी है. शुक्रवार की रात 8 बजे तापमान घटकर 8 डिग्री चला गया था. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 11 जनवरी को तापमान में और गिरावट आयेगी. शीतलहर के प्रकोप में लगातार वृद्धि से आमजन का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. 10 बजे तक सड़कों पर सन्नाटा रहता है. आज दिनभर कुहासा एवं पछुआ हवा के बीच कुछ घंटे के लिए भी धूप नहीं दिखा. ऐसी स्थिति में अत्यावश्यक कार्य होने पर ही लोग घर से बाहर निकल पाते हैं. दरभंगा टावर पर शाम 7 बजे ही अधिकांश दुकानें बंद हो गयी जबकि सामान्य दिनों में रात 9 बजे तक दुकानें खुली रहती है. लगातार एक महीने से शीतलहर झेलते-झेलते लोग आजिज आ चुके हैं.