बिना गुरु ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता

/रफोटो – फारवर्ड बेनीपुर. गुरु सात प्रकार के होते हैं, सातवां गुरु ही सदगति प्राप्त कराता है. उक्त बातें सोमवार को बेनीपुर सत्संग आश्रम में आयोजित संतमत सत्संग को संबोधित करते हुए भागलपुर कुप्पाघाट में ही आश्रम महर्षि कमलानंद जी महाराज ने कहा. उन्होंने कहा कि बिना गुरु का अध्यात्म का ज्ञान प्राप्त नहीं हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2015 9:02 PM

/रफोटो – फारवर्ड बेनीपुर. गुरु सात प्रकार के होते हैं, सातवां गुरु ही सदगति प्राप्त कराता है. उक्त बातें सोमवार को बेनीपुर सत्संग आश्रम में आयोजित संतमत सत्संग को संबोधित करते हुए भागलपुर कुप्पाघाट में ही आश्रम महर्षि कमलानंद जी महाराज ने कहा. उन्होंने कहा कि बिना गुरु का अध्यात्म का ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता. अध्यात्म ज्ञान के जिज्ञासुंओं के सच्चे गुरु की अनिवार्यता है. राम ने वशिष्ट को और कृष्ण ने गंगाचार्य मुनी केा अपना अध्यात्म गुरु बनाया. संतमत के सच्च गुरु के बिना परमात्मा का ज्ञान नहीं हो सकता. जिसे इस्लाम धर्म में मुसरते तामिक कहा जाता है. और इसाई धर्म में सूईरीचू पलगी से पतर कहा जाता है. सार्वजनिक ज्ञान गुरु से ही मिलता है जो अंतत: मार्ग केा निर्देशित करता है. वहीं आयोजक श्याम चंद्र साहु ने कहा कि उक्त आयोजन आगामी 18 जनवरी तक चलेगा. उक्त आयोजन में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है.

Next Article

Exit mobile version