मानव मन मंदिर सदृश : बालव्यास
दरभंगा. राज परिसर स्थित श्री हरिहर नाथ महादेव मंदिर में भागवत-भूषण पंडित जानकी शरण ‘बाल व्यास’ द्वारा संगीतमय श्री राम कथा संपन्न हो गया. 18 वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित इस राम कथा के क्रम में ‘बालव्यास’ ने प्रभु श्री राम वाल्मीकि की संवाद का मार्मिक व्याख्या की. उन्होंने कहा भगवान राम ने प्रयाग […]
दरभंगा. राज परिसर स्थित श्री हरिहर नाथ महादेव मंदिर में भागवत-भूषण पंडित जानकी शरण ‘बाल व्यास’ द्वारा संगीतमय श्री राम कथा संपन्न हो गया. 18 वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित इस राम कथा के क्रम में ‘बालव्यास’ ने प्रभु श्री राम वाल्मीकि की संवाद का मार्मिक व्याख्या की. उन्होंने कहा भगवान राम ने प्रयाग राज मेंे भारद्वाज मुनि से मार्ग पूछा. वाल्मीकि ऋषि से रहने का स्थान पूछा तथा अगस्त मुनि से रावण मरण का मंत्र पूछा है. ऋषि वाल्मीकि ने चौदह स्थान बताया जो प्रत्येक मानव के शरीर में विद्यमान है. मानव का मन ही भगवान का सच्चा मंदिर है. सभी इंद्रियों का राजा मन है. मन ही बंधन और मोक्ष का कारण है. इस अवसर पर बघौल धाम के परम साधक मौनी बाबा भी उपस्थित थे. उन्होंने अपने आशिर्वचनों से श्रोताओं को लाभान्वित किया. हितनारायण झा ने आगत संतो का स्वागत माला पहनाकर किया. कल 14 जनवरी को हरिनाम संकीर्त्तन का पूर्णाहुती होगी. जहां महा प्रसाद वितरण किया जाएगा. पंडित सुमन कु मार झा वैदिक ने संकल्पित यजमानों को रूद्राभिषेक ताथ वैदिक वंत्रों से नित्य पूजन किया. कथा क्रम में सीताराम तथा वाल्मीकि मुनि का सुंदर झांकी भी प्रस्तुत की गयी. जिसे देख श्रोता भावविह्वल हो गये.