बारिश ने बढ़ायी खेतों की हरियाली

लहलहाते फसल को देख किसानों के चेहरे खिले * पाला छीन रहा पान की लाली फोटो : परिचय : गदरा रहे फ ूल लिए सरसों के पौधेबहेड़ी . दिसंबर से जारी ठंड एवं जनवरी के पहले हप्ते में हुई बारिश ने रब्बी के पौधे का रुख बदल दिया है. अधिक मूल्य पर यूरिया खरीद कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2015 7:03 PM

लहलहाते फसल को देख किसानों के चेहरे खिले * पाला छीन रहा पान की लाली फोटो : परिचय : गदरा रहे फ ूल लिए सरसों के पौधेबहेड़ी . दिसंबर से जारी ठंड एवं जनवरी के पहले हप्ते में हुई बारिश ने रब्बी के पौधे का रुख बदल दिया है. अधिक मूल्य पर यूरिया खरीद कर किसानों के गेहंू, मक्का,दलहन एवं तेलहन लगी खेतों में छिड़काव करने से इन फसलों के पौधे लहलहा रहे हैं. सरसों के पौधे में निकल आये फूल को देख कर किसानों का चेहरा भी खिल उठा है. बारिश से एक पटवन पर आने वाली लागत की बचत को किसान खेतों की निकौनी मंे लगा रहे हैं. इसकी वजह से इन फसलों का बियान एवं ग्रोथ काफी बढ़ गया है. वहीं दूसरी ओर ठंड एवं कुहासे के कारण लत्तीदार सब्जी के पौधे एवं बैगन, गोभी पर इसका कुप्रभाव दिखने लगा है. शीतलहर अगर मकर संक्रांति के बाद भी जारी रहा तो पान की लाली लोगों के मुंह से इस बार भी छिन सकती है. पान उत्पादक किसान दयाराम भगत, सुरेन्द्र भगत, गणेश भगत, हरि भगत आदि सहित अन्य का कहना है कि ठंड से पान के पत्ते पर दाग आने शुरू हो गये हैं. धीरे-धीरे यह गल कर जमीन पर गिर जायगा. इससे लाखों के नुकसान होने की संभावना है.

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