शीघ्र चालू होंगी बंद पड़ीं मशीनें

दरभंगा : राज्य स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव डॉ सुरेश कुमार शर्मा ने गुरुवार की शाम लगभग चार बजे डीएमसीएच पहुंचकर गायनिक, रेडियोलॉजी एवं इमरजेंसी विभाग का निरीक्षण किया. निरीक्षण से पूर्व अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर उन्होंने विभिन्न विषयों की जानकारी प्राप्त की. गायनी विभाग के बंद पड़े आइसीयू कक्ष का मुआयना करने के बाद उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2015 11:11 AM
दरभंगा : राज्य स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव डॉ सुरेश कुमार शर्मा ने गुरुवार की शाम लगभग चार बजे डीएमसीएच पहुंचकर गायनिक, रेडियोलॉजी एवं इमरजेंसी विभाग का निरीक्षण किया. निरीक्षण से पूर्व अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर उन्होंने विभिन्न विषयों की जानकारी प्राप्त की.
गायनी विभाग के बंद पड़े आइसीयू कक्ष का मुआयना करने के बाद उन्होंने इसे जल्द शुरू करने की बात कही, साथ ही इस विभाग के अल्ट्रासाउंड कक्ष, लेबर रूम का भी निरीक्षण किया. रेडियोलॉजी विभाग पहुंचकर उन्होंने जांच के क्रम में पाया कि सिर्फ एक अल्ट्रासाउंड मशीन से ही काम चलाया जा रहा है. अन्य अल्ट्रासाउंड मशीन, कलर डपलर, मोमोग्राफी मशीन खराब पड़े हुए हैं.
विभाग के कार्यरत कर्मियों ने जानकारी दी कि प्रतिदिनऔसतन 40 मरीजों की जांच की जाती है. इमरजेंसी पहुंचकर उन्होंने विभाग के बंद पड़े अल्ट्रासाउंड रूम के बारे में जानकारी ली व इसके उपरांत सजर्री, आर्थो विभाग के भवन का बाहर से ही निरीक्षण करते हुए उसे जजर्र बताया एवं वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही. निरीक्षण के दौरान डीएमसी के प्राचार्य डॉ आरके सिन्हा तथा अस्पताल अधीक्षक डॉ शंकर झा साथ रहे.
ठप हैं मशीनें
रेडियोलॉजी विभाग के लगभग सभी मशीन ठप पड़े हुए हैं. पिछले कई माह से एक ही अल्ट्रासाउंड मशीन के सहारे काम चलाया जा रहा है. विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस मशीन से कार्य चलाया जा रहा है वह भी खराब होने के कगार पर है. वहीं लाखों के लागत से लगाये गये मेमोग्राफी मशीन एवं कलर डोपलर तो लगने के कुछ दिन बाद से ही बंद पड़े हैं.
एंबुलेंस सेवा पर नहीं गया ध्यान
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों का ध्यान एंबुलेंस सेवा की ओर नहीं गया. डीएमसीएच में सभी शव वाहन ठप पड़े हुए हैं. तीन दिन पूर्व मंडल कारा के कैदी के मौत के बाद मेडिसीन विभाग से पोस्टमार्टम विभाग तक ले जाने में भी डीएमसीएच प्रबंधन ने हाथ खड़े कर दिये. कई बार तो मौत के बाद परिजनों को निजी एंबुलेंस का सहारा लेने के लिए चंदा तक एकत्र करना पड़ता है.
जल्द शुरू होगी मशीनें
संयुक्त सचिव ने बताया कि जांच की रिपोर्ट वे स्वास्थ्य विभाग को सौपेंगे तथा बंद पड़ी मशीनें एवं आइसीयू कक्ष जल्द शुरू कर दिया जायेगा. हालांकि निश्चित समयावधि की उन्होंने जानकारी नहीं दी.

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