पादप प्रभेद वंकृषि अधिकार संरक्षण पर गोष्ठी

जाले. स्थानीय कृषि विज्ञान केन्द्र में शनिवार को पादप प्रभेद व कृषक अधिकार संरक्षण विषय पर प्रशिक्षण सह जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया़ इसमें प्रगतिशील कृषकों द्वारा वर्षों से लगायी जाने वाली देसी किस्म के बीजों की प्रदर्शिनी भी लगायी गयी़ केन्द्रीय राजेन्द्र कृषि विश्व विद्यालय पूसा के सह निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2015 9:03 PM

जाले. स्थानीय कृषि विज्ञान केन्द्र में शनिवार को पादप प्रभेद व कृषक अधिकार संरक्षण विषय पर प्रशिक्षण सह जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया़ इसमें प्रगतिशील कृषकों द्वारा वर्षों से लगायी जाने वाली देसी किस्म के बीजों की प्रदर्शिनी भी लगायी गयी़ केन्द्रीय राजेन्द्र कृषि विश्व विद्यालय पूसा के सह निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एके सिंह ने पादप प्रभेद एवं कृषक अधिकार पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए बताया कि किस तरह हम हल्दी, नीम व बासमती क्षेत्र में अमेरिका से अपना अधिकार वापस लेने में सफल हुए़ हमें अपनी प्रचुर पादप संपदा को बचाने के लिए आगे आना होगा.केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ वरुण ने भारत की बहुमूल्य पादप संपदा को विलुप्त होने से बचाने के लिए किसानों को आगाह किया़ उन्हांेने किसानों को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक होने के लिए उद्वेलित करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य पर संक्षिप्त वक्तव्य दिया़ कृषि विज्ञान केन्द्र मांझी के कार्यक्रम समन्वयक डॉ आरके ़झा ने तकनीकी पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की़ उन्हांेने बौद्धिक संपदा अधिकार पर फिल्म दिखाकर विषय को और अधिक सरस, सरल एवं सुबोध बना डाला़ आयोजन को सफल बनाने में मत्स्य वैज्ञानिक मुकेश कुमार, कीट वैज्ञानिक संजय कुमार, गृह वैज्ञानिक डा़ सीमा प्रधान, सहायक प्रतिभा कुमारी एवं ओमप्रकाश विश्वकर्मा का योगदान रहा. धन्यवाद ज्ञापन मृदा वैज्ञानिक डॉ एपी़ राकेश ने किया़

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