भारत भाग्य विधाता मैथिली के लिए उपयोगी

26 वैज्ञानिकों के जीवनी पर चर्चा फोटो संख्या- 12 व 13परिचय- संगोष्ठी मे ंविचार रखते डॉ फुलचंद्र मिश्र रमण व उपस्थित लोग दरभंगा. साक्षर दरभंगा की ओर से डॉ प्रेममोहन मिश्र लिखित मैथिली पुस्तक भारत भाग्य विधाता (विज्ञान खंड) की समीक्षा गोष्ठी स्थानीय पूअर होम परिसर में साहु राम नरेश निर्मोही की अध्यक्षता में हुई. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2015 10:04 PM

26 वैज्ञानिकों के जीवनी पर चर्चा फोटो संख्या- 12 व 13परिचय- संगोष्ठी मे ंविचार रखते डॉ फुलचंद्र मिश्र रमण व उपस्थित लोग दरभंगा. साक्षर दरभंगा की ओर से डॉ प्रेममोहन मिश्र लिखित मैथिली पुस्तक भारत भाग्य विधाता (विज्ञान खंड) की समीक्षा गोष्ठी स्थानीय पूअर होम परिसर में साहु राम नरेश निर्मोही की अध्यक्षता में हुई. पुस्तक की समीक्षा प्रस्तुत करते हुए रमेश ने बताया कि इसमें 26 वैज्ञानिकों की जीवनी एवं उनके कार्य का वर्णन किया गया है. उन्होंने लेखक के प्रयास को सराहनीय एवं पाठकों के लिए उपादेय बताया, साथ ही निबंधों को ऐतिहासिक क्रम में सजाने की सलाह दी. फूल चंद्र मिश्र रमण इस पुस्तक को मैथिली साहित्य के लिए अमूल्य अवदान बताते हुए छात्रों एवं विद्वानों के लिए एक महत्वपूर्ण पाठ्य पुस्तक बताया. डॉ भीमनाथ झा ने कहा कि इसका नामकरण भारत भाग्य विधाता मैथिली पाठकों के लिए विश्व भाग्य विधाता के रूप में जाना जायेगा. उन्होंने लेखक से आग्रह किया कि पौराणिक कालीन वैज्ञानिकों के बारे में भी लिखा जाना चाहिए. डॉ मंजर सुलेमान ने इस तरह के और विभूतियों का भी परिचय कराने का आग्रह किया. अशोक ठाकुर ने समीक्षा करते हुए लेखक के इस प्रयास के लिए भूरि-भूरि प्रशंसा की. पुस्तक के लेखक डॉ प्रेम मोहन मिश्र ने कहा कि हमारे शास्त्र, पुराण, रामायण, गीता सभी में रसायन शास्त्र के सूत्र मौजूद हैं. कार्यक्रम का संचालन कमलेश झा एवं धन्यवाद ज्ञापन अशोक कुमार चौधरी ने किया.

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