अनाथ एवं बेसहारा बच्चों की देखभाल की कवायद
कमतौल/जाले. समाज कल्याण विभाग के आदेश पर जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा संचालित परवरिश योजना की जानकारी जाले प्रखंड मुख्यालय के सभागार में दी गयी़ जिसमें प्रखंड क्षेत्र के आंगनबाड़ी सेविका को अपने पोषक क्षेत्र में अनाथ,बेसहारा, कुष्ठ रोगी एवं एड्स पीडि़त बच्चों की पहचान कर आवेदन लिए जाने को कहा गया़ बाल विकास परियोजना […]
कमतौल/जाले. समाज कल्याण विभाग के आदेश पर जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा संचालित परवरिश योजना की जानकारी जाले प्रखंड मुख्यालय के सभागार में दी गयी़ जिसमें प्रखंड क्षेत्र के आंगनबाड़ी सेविका को अपने पोषक क्षेत्र में अनाथ,बेसहारा, कुष्ठ रोगी एवं एड्स पीडि़त बच्चों की पहचान कर आवेदन लिए जाने को कहा गया़ बाल विकास परियोजना सभा भवन में सीडीपीओ अलका आम्रपाली की अध्यक्षता में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया़ जिसमें बीडीओ महेश चन्द्र,सीओ कैलास चौधरी सहित कई प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों ने शिरकत किया़ परवरिश योजना के तहत योग्य लाभुकों के चयन, आवेदन पत्र भरने एवं जमा लेने के बारे में विस्तार से बताया़ अनाथ, बेसहारा बच्चो, एड्स पीडि़त तथा कुष्ट रोग से विकलांग को अपने-अपने पोषक क्षेत्र की गहन जांच कर चयन करने, बच्चे के साथ अभिभावकों का ज्वाइंट बैंक खाता खुलवाने का आवेदन लेने का निर्देश दिया गया़ वहीं लिये गये आवेदन को सात दिनों के अंदर परियोजना कार्यालय में जमा करने की बात कही़ इस मौके पर महिला पर्यवेक्षिका सहित अनेक सेविका उपस्थित रही़इनसेट में ::::::::कन्या सुरक्षा योजना की दी गयी जानकारी कमतौल/जाले. 2012 से बंद पड़ी कन्या सुरक्षा योजना को फिर से लागू करने की कवायद शुरू हो गयी है़ प्रखंड मुख्यालय जाले में इस योजना को क्षेत्र में प्रभावी ढंग से लागू करने को लेकर शुक्रवार को बाल विकास परियोजना भवन के सभागार में सीडीपीओ अलका आम्रपाली की अध्यक्षता में आंगनबाड़ी सेविकाओं की बैठक का आयोजन किया गया़जिसमें पहले यूटीआइ से संबद्घ योजना को अब आइडीबीआइ के साथ जोड़े जाने की बात बतायी गयी़ वहीं योजना के वारे में विस्तार से बताया गया़