स्वच्छता ईश्वर का दूसरा रुप

केवटी. स्वच्छता ईश्वर का दूसरा रुप है. स्वच्छता का मानव जीवन में खास महत्व है. स्वस्थ मन शरीर, व्यवहार के लिये स्वच्छता अति आवश्यक है. उक्त बातें कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग के निदेशक डा. घनश्याम मिश्र प्रखंड के पचाढ़ी स्थित बाबा साहेब राम संस्कृत महाविद्यालय के विशेष शिविर में मुख्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2015 8:03 PM

केवटी. स्वच्छता ईश्वर का दूसरा रुप है. स्वच्छता का मानव जीवन में खास महत्व है. स्वस्थ मन शरीर, व्यवहार के लिये स्वच्छता अति आवश्यक है. उक्त बातें कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग के निदेशक डा. घनश्याम मिश्र प्रखंड के पचाढ़ी स्थित बाबा साहेब राम संस्कृत महाविद्यालय के विशेष शिविर में मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए कही. राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में आयोजित विशेष शिविर के आये दिन सार्वजनिक स्वच्छता एवं 103 वां बिहार दिवस पर संगोष्ठी आयोजित किया गया. प्रधानाचार्य डॉ दिनेश झा कि अध्यक्षता में संपन्न कार्यक्रम को डॉ जगदीश झा, डा. चंद्रनाथ झा, डा. मणिधर मिश्र, अरविंद कु मार झा, मगन कुमार झा, अभिषेकानंद झा, सत्यनारायण मंडल, स्वयं सेवक विद्यानंद मिश्र, प्रवीण चौपाल, रुबी देवी, अंशुमन, प्रदीप सदाय, अनिल राम आदि ने विचार व्यक्त किये.

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