196 अभ्यर्थियों को पैसै का इंतजार
गड़बड़झाला : अमीन प्रशिक्षण के नाम पर लाखों की हो रही वसूली दरभंगा : एक निजी संस्था ‘कला संस्कृति विज्ञान एजुकेशनल संस्थान’ ने भूमापक(अमीन) प्रशिक्षण के नाम पर विगत तीन महीने में शहर के सैकड़ों अभ्यर्थियों से लाखों रुपये का वारा-न्यारा किया. इस बाबत प्रशिक्षणार्थियों ने जब इसकी शिकायत डीएम, एसएसपी एवं नगर आयुक्त से […]
गड़बड़झाला : अमीन प्रशिक्षण के नाम पर लाखों की हो रही वसूली
दरभंगा : एक निजी संस्था ‘कला संस्कृति विज्ञान एजुकेशनल संस्थान’ ने भूमापक(अमीन) प्रशिक्षण के नाम पर विगत तीन महीने में शहर के सैकड़ों अभ्यर्थियों से लाखों रुपये का वारा-न्यारा किया. इस बाबत प्रशिक्षणार्थियों ने जब इसकी शिकायत डीएम, एसएसपी एवं नगर आयुक्त से की तो नगर आयुक्त की दबिश पर इस संस्था ने गुरुवार को नगर निगम में 181 अभ्यर्थियों से लिए गये राशि (250 से 300) वापस किया. शेष 196 अभ्यर्थियों को अभी भी पैसे का इंतजार है.
उन्होंने बताया कि जो लोग राशि वापस लेना चाहते हैं, उन्हें वापस कर दिया जायेगा.
प्रशिक्षण में सहयोग को पार्षदों को गया था पत्र
विभागीय सूत्रों के अनुसार गत वर्ष दिसंबर के दूसरे सप्ताह में एक निजी संस्था कला संस्कृति विज्ञान एजुकेशनल संस्थान ने नगर आयुक्त को पत्र सौंपकर यहां के बेरोजगार युवकों को प्रशिक्षित दिलाने का अनुरोध किया. नगर आयुक्त ने इस संस्था से जुड़े लोगों को जनकार्य प्रशाखा के बरामदा पर निगम कर्मियों के साथ बैठकर काम करने का निर्देश दिया.
निगम कार्यालय में कुरसी-टेबुल देने के साथ ही नगर आयुक्त महेंद्र कुमार ने सचिव, कला संस्कृति विज्ञान एजुकेशनल संस्थान के पत्रंक 3213 दिनांक 17 दिसंबर 2014 के पत्र के आलोक में दिनांक 24 दिसंबर 2014 को सभी निगम पार्षदों को पत्र भेजा. पार्षदों को भेजे गये पत्र में बताया गया था कि भूमापक (अमीन) प्रशिक्षण कार्यक्रम कला संस्थान विज्ञान एजुकेशनल संस्थान की ओर से चलाया जा रहा है.
आप अपने वार्ड के अभ्यर्थियों को सूचित करें, ताकि सभी अभ्यर्थी अपने-अपने स्व विवेक से प्रशिक्षण के लिए निर्णय ले सके. वहीं इस बाबत पूछे जाने पर नगर आयुक्त के मोबाइल पर बार-बार संपर्क के बाद भी उनसे बात नहीं हो सकी.
टूटे हॉल में मिली थी प्रशिक्षण की स्वीकृति
दूसरी ओर कला संस्कृति विज्ञान एजुकेशनल संस्थान के संचालक जाले थाना के जोगियारा निवासी जीवछ कुमार ने बताया कि शिक्षित बेरोजगारों को भूमापक (अमीन) का प्रशिक्षण देने के लिए नगर आयुक्त से स्वीकृति मिलने के बाद उन्होंने यहां 377 लोगों का नामांकन किया. इसमें दूसरे जिले के भी अभ्यर्थी हैं.
उन्होंने बताया कि नामांकन में अनुसूचित जाति-जनजाति एवं महिलाओं से 250 तथा सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों से 300 रुपये लिये गये. कुल 377 लोगों का नामांकन हुआ. 8 जनवरी 2015 से स्थानीय नगर भवन (टाउन हॉल) में ट्रेनिंग शुरू किया. ज्ञात हो कि नगर भवन की जजर्रता के कारण उसकी बुकिंग बंद है. टाउन हॉल के छत से सीमेंट का टुकड़ा टूटकर जहां-तहा गिरता रहता है. ऐसी स्थिति में किसी अनहोनी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. नियमत: जब इसकी बुकिंग बंद है तो किस स्थिति में 350 से अधिक लोगों को वहां बैठकर प्रशिक्षण लेने की स्वीकृति निगम प्रशासन ने दी?
संचालक जीवछ ने बताया कि गत 15 मार्च को प्रशिक्षण पर रोक लगाने का आदेश दिया गया. इसी बीच कुछ लोगों ने जिला प्रशासन एवं नगर आयुक्त से शिकायत की. संचालक जीवछ ने बताया कि 23 मार्च की शाम नगर आयुक्त ने उन्हें बुलाकर अवैध राशि वसूलने की शिकायत की बात पर जमकर फटकार लगायी तथा वसूली गयी राशि जमा करने को कहा. नगर आयुक्त के निर्देश पर एक निगमकर्मी उसके साथ लहेरियासराय स्थित उसके घर तक गया.
वहां रखे एक लाख बीस हजार रुपये लेकर वे दोनो निगम कार्यालय लौटकर उस राशि को नगर आयुक्त के हवाले कर दिया. आज उनसे वह रुपये लेकर 181 लोगों के बीच वितरित कर दिया.
उन्होंने बताया कि अन्य जो भी नामांकित लोग अपनी राशि वापस लेना चाहते हैं, उन्हें निगम कार्यालय में ही वे रुपये लौटा देंगे.