रौंद दी गयी तैयार फसल

दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज की जमीन खाली कराने का मामला दरभंगा : दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज की अतिक्रमित जमीन को खाली कराने के नाम पर तैयार गेहूं, खेसारी एवं मसूर की फसलों को जिस तरह ट्रैक्टर से रौंदा गया वह दिल दहलाने वाला है. विगत तीन महीने से उन खेतों में जिन लोगों ने खून-पसीना बहाकर इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2015 10:51 AM
दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज की जमीन खाली कराने का मामला
दरभंगा : दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज की अतिक्रमित जमीन को खाली कराने के नाम पर तैयार गेहूं, खेसारी एवं मसूर की फसलों को जिस तरह ट्रैक्टर से रौंदा गया वह दिल दहलाने वाला है. विगत तीन महीने से उन खेतों में जिन लोगों ने खून-पसीना बहाकर इस फसल को तैयार किया था, वे सभी उन रौंदे फसलों को देख रोने को विवश हैं. मब्बी-बेलौना निवासी सोहनिया देवी अपने फसलों को पुलिस एवं मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में रौंदे जाने से काफी व्यथित है.
सोहनिया ने बताया कि तीन एकड़ गेहूं फसल तैयार करने में उसे करीब 14 हजार रुपये जोताई, बीज, खाद एवं पटवन में लगा था. वह इस उम्मीद में थी कि गेहूं कटाई के बाद महाजन का ऋण चुका कर एक बेटी की शादी भी कर लूंगी. लेकिन देखते-देखते ही सबकुछ लूट गया. बेलौना की सावित्री देवी, नीलम देवी के फसलों की भी यही स्थिति है. मनोज पासवान ने बताया कि इन जमीनों पर टाइटिल सूट(246/13) सवोर्डिनेट जज के न्यायालय में चल रहा है. राज्य सरकार बनाम दीनानाथ पूर्वे सहित 24 लोगों पर केस चल रहा है, जिसमें 26 मार्च को भी डेट था.
मनोज ने बताया कि 8 बीघा जमीन में उसका वर्षो से पोजीशन है. जिसमें वे लगातार खेती कर रहे हैं. मनोज ने बताया कि न्यायालय में तारीख होने के कारण वह लहेरियासराय में था. वहीं मोबाइल से पुलिस की उपस्थिति में फसल रौंदने की जानकारी मिली. उन्होंने बताया कि गत वर्ष भी जिला प्रशासन ने जबर्दस्ती की कोशिश की थी. इस संबंध में पटना उच्च न्यायालय में रिट दायर किया था.

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