मौसम के बदले मिजाज से किसान चिंतित
कुशेश्वरस्थान . बूंदाबांदी एवं मंडराते बादल को देख क्षेत्र के किसान हताश होने लगे हैं. मौसम की मार का नतीजा है कि किसान अपनी खेतों में पककर तैयार फसल को डर के मारे कटनी अब तक शुरू नहीं की है. कुछ दिनों पहले तक खेतों में लहलहाते फसल देख जहां किसान गदगद थे, वहीं एक […]
कुशेश्वरस्थान . बूंदाबांदी एवं मंडराते बादल को देख क्षेत्र के किसान हताश होने लगे हैं. मौसम की मार का नतीजा है कि किसान अपनी खेतों में पककर तैयार फसल को डर के मारे कटनी अब तक शुरू नहीं की है. कुछ दिनों पहले तक खेतों में लहलहाते फसल देख जहां किसान गदगद थे, वहीं एक महीने में कई बार तेज आंधी बारिश की मार झेलते बेदम होकर खेतों में गिरे पड़ी फसल देख किसानों की नींद हराम हो गयी है. आखिरकार बची खुची थोड़ी बहुत गेहूं के दाने तैयार होकर घर आ पायेगा कि नहीं. एक तरफ इसकी चिंता तो दूसरी तरफ महाजनों से लिये रुपये लौटाने की चिंता किसानों को सताये जा रही है.