रोजगार सेवकों का प्रदर्शन
दरभंगा : मनरेगा दिवस पर बुधवारी जांच में पंचायत रोजगार सेवक को मानसिक एवं आर्थिक शोषण से मुक्त किये जाने, योजनाओं में अभिकर्ता नहीं बनाये जाने, इपीएफ खाता खुलवाने, सामूहिक दुर्घटना बीमा एवं पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा लागू किये जाने, सेवा स्थायी किये जाने, ससमय वेतन भुगतान किये जाने सहित सेवा से बर्खास्त किये गये रोजगार […]
दरभंगा : मनरेगा दिवस पर बुधवारी जांच में पंचायत रोजगार सेवक को मानसिक एवं आर्थिक शोषण से मुक्त किये जाने, योजनाओं में अभिकर्ता नहीं बनाये जाने, इपीएफ खाता खुलवाने, सामूहिक दुर्घटना बीमा एवं पारिवारिक स्वास्थ्य बीमा लागू किये जाने, सेवा स्थायी किये जाने, ससमय वेतन भुगतान किये जाने सहित सेवा से बर्खास्त किये गये
रोजगार सेवकों को पुन: सेवा में लिये जाने की मांग को लेकर दरभंगा ,समस्तीपुर और मधुबनी जिला से आये पंचायत रोजगार सेवकों ने समाहरणालय पर प्रदर्शन करने के बाद पोलो मैदान लहेरियासराय में एक दिवसीय धरना दिया़ धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता मधुबनी के जिलाध्यक्ष बालकृष्ण झा ने की. वक्ताओं ने कहा कि मामले को लेकर सरकार भी गंभीर हुई थी़ परन्तु आती-जाती सरकारों का खामियाजा पंचायत रोजगार सेवकों को भुगतना पड़ा़ हर स्तर पर बार-बार आश्वासन दिये जाते हैं
परन्तु उन्हें पूरा करने में आनाकानी की जाती है़ दो-तीन वर्ष पूर्व पूरी की गयी योजनाओं की जांच के नाम पर जिला प्रशासन के अधिकारी मनमानी कर आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान करते हैं़ जो कहीं से जायज नहीं है़ इससे पहले सैंकड़ों की संख्या में रोजगार सेवकों ने कपरूरी चौक से मार्च निकाला़ इसका नेतृत्व दरभंगा जिला इकाई के जिलाध्यक्ष संजीव कुमार कर रहे थ़े रोजगार सेवक आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करते हुये जिला प्रशासन हाय-हाय, बुधवारी जांच के नाम पर आर्थिक शोषण बंद करो, जैसे नारे लगाते हुए बेता चौक, कमर्शियल चौक, लहेरियासराय टावर, समाहरणालय, विकास भवन होते हुए पोलो मैदान तक पहुंच़े
चिलचिलाती धूप और गर्मी में करीब दो घंटों से ज्यादा समय तक प्रशासन विरोधी लगाये जा रहे नारों से शहर की गलियां गूंजती रही़ कई सूत्री मांगों को लेकर रोजगार सेवकों में आक्रोश साफ झलक रहा था़ इस धरना कार्यक्रम में शरद कुमार, चंद्रकेतु, अशोक झा, सिकंदर आजम,अभिषेक, आदि ने विचार व्यक्त किये.