अवैध शराब के साथ दो विक्रेता गिरफ्तार
दरभंगा : जिला पुलिस ने अवैध शराब विक्रेताओ पर शिकंजा कसते हुए दो शराब व्यवसायियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लगभग ढाई हजार लीटर देसी व विदेशी शराब बरामद किया है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि अवैध शराब सकतपुर थाना के काकोढा गांव के एक मकान में रखे गये तीन कमरों से बरामद […]
दरभंगा : जिला पुलिस ने अवैध शराब विक्रेताओ पर शिकंजा कसते हुए दो शराब व्यवसायियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लगभग ढाई हजार लीटर देसी व विदेशी शराब बरामद किया है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि अवैध शराब सकतपुर थाना के काकोढा गांव के एक मकान में रखे गये तीन कमरों से बरामद किया गया है.
उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर बेनीपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अंजनी कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन कर रेकी करने का निर्देश दिया गया. टीम में सकतपुर थानाध्यक्ष उमेश कुमार,अलीनगर थानाध्यक्ष कुंदन कुमार, घनश्यामपुर थानाध्यक्ष देवानंद राउत एक विशेष टीम के साथ शामिल थे. टीम के द्वारा सूचना एकत्रित करते हुए व्यवसायियों के गुप्त ठिकानों पर छापामारी कर अवैध शराब बरामद किया गया है.
पूर्व लाइसेंसधारी की है बरामद शराब
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार कारोबारी से पूछताछ में यह मामला सामने आया कि बरामद शराब पूर्व लाइसेंसधारी सकतपुर थाना के लगमा गांव निवासी मोदनारायण चौधरी के पुत्र कुलानंद चौधरी का है. कुलानंद पूर्व के लाइसेंस के आड़ में अवैध शराब का कारोबार कर रहे हैं. गिरफ्तार कारोबारी में नारायणपुर गांव के सत्यनारायण सिंह के पुत्र दुर्गानंदन सिंह एवं काकोढा गांव के स्व. उदगार भगत के पुत्र राजू भगत के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है.
छापामारी टीम में सिपाही पवन कुमार मंडल, मुकेश कुमार, हवलदार अभय कुमार ठाकुर, चौकीदार विन्देश्वर पासवान,रामधारी पासवान एवं मो. रुस्तम शामिल थे.
शराब के साथ नकद भी बरामद
पुलिस ने अंग्रेजी 2072 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद किया है. जबकि 505 लीटर देसी शराब बरामद करने में सफलता हासिल की है. गिरफ्तार कारोबारियों के पास से सात सौ रुपये नकद भी बरामद किया गया है.
अवैध शराब के खिलाफ अभियान रहेगा जारी
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि अवैध शराब व्यवसायियों के खिलाफ छापामारी अभियान जारी रहेगा. सभी थानाध्यक्षों को नियमित रुप से अपने क्षेत्र में अवैध शराब कारोबारियों की पहचान कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.क्राइम मीटिंग के दौरान ही सभी थानाध्यक्षों को इस बाबत सख्त निर्देश दिया गया था.