भूकंप से बचने को सड़क ही सहारा
/रफोटो-सदर. इलाके में रविवार की दोपहर लगभग 12.40 बजे एकबार फिर से धरती कांप उठी. शनिवार को आये जलजले के खौफ से उबर नहीं पा रहे थे कि दोबारा अपनी मौत सामने देख लोगांे का मन फिर दहल उठा. सभी अपने अपने घरों एवं उंची मकानों से भागते सड़क पर आ गये. इस बीच दोनार […]
/रफोटो-सदर. इलाके में रविवार की दोपहर लगभग 12.40 बजे एकबार फिर से धरती कांप उठी. शनिवार को आये जलजले के खौफ से उबर नहीं पा रहे थे कि दोबारा अपनी मौत सामने देख लोगांे का मन फिर दहल उठा. सभी अपने अपने घरों एवं उंची मकानों से भागते सड़क पर आ गये. इस बीच दोनार गंज निवासी शोभा देवी (50) पति भूट्ठू महतो का भय के कारण स्थिति बिगड़ने लगी. वे बेहोश होकर नीचे जमीन पर गिर गयी. आस पड़ोस की महिलाओं ने उसे पानी पिलाकर होश में लाने के प्रयास में जुट गयी. हालत बिगड़ते देख परिजनों ने उसे कहीं इलाज के लिये ले गये. वैसे कंपन काफी देर तक होता रहा. सड़क पर लोग एक दूसरे को पकड़े रहने व अपना जान बचाने को कह रहे थे. वहीं यात्री अपने गंतव्य स्थानों पर पहुंचने के लिए जा रहे थे. किसी बड़ी व छोटी वाहनों को सड़क पर छोड़क र अपनी जान बचाने में तत्पर नजर आ रहे थे.