घटिया भोजन देख बिफरे प्रभारी मंत्री
दरभंगा : अगर आपको यह खाना दिया जाये तो आप खायेंगे. दाल में तो सिर्फ पानी नजर आ रहा है. दाल का तो कोई नामोनिशान हीं नहीं है.डीएमसीएच में घायलों का हाल जानने तथा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे राज्य सरकार के पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री सह जिला के प्रभारी मंत्री बैद्यनाथ सहनी ने डीएमसीएच […]
दरभंगा : अगर आपको यह खाना दिया जाये तो आप खायेंगे. दाल में तो सिर्फ पानी नजर आ रहा है. दाल का तो कोई नामोनिशान हीं नहीं है.डीएमसीएच में घायलों का हाल जानने तथा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे राज्य सरकार के पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री सह जिला के प्रभारी मंत्री बैद्यनाथ सहनी ने डीएमसीएच अधीक्षक डॉ शंकर झा से इस संबंध में पूछताछ की. निरीक्षण के दौरान खाने को देखकर तथा सफाई व्यवस्था से नाराज होते हुए उन्होंने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था से वे काफी दुखी है. खाने की स्थिति देख उन्होंने इसे कलंक बताते हुए कहा कि चावल तो खाने लायक नहीं है.
तत्काल उन्होंने चावल का नमूना देखने के लिए मांगा. नमूने को देखते हुए उन्होंने कहा कि आप जो नमूना दिखा रहे हैं, परोसा गया चावल ऐसा नहीं है. प्रभारी मंत्री मीनू चार्ट अधीक्षक से मांगा बताया कि इसकी जांच किया. उन्हें पूर्व में भी खने की व्यवस्था की शिकायत मिली है. इसी क्रम में वे भूकंप में घायल की सुधि लेते हुए इएनटी विभाग के शौचालय पहुंच गये. वहां वे शौचायल की नारकीय स्थिति देखकर आपे से बाहर हो गये. तलख अंदाज में उन्होंने अधीक्षक से पूछा कि इस शौचालय में कोई जा सकता है. आज के आज इसे ठीक कराने के लिए उन्होंने अधीक्षक को निर्देश दिया. मेडिकल विभाग परिसर में फैली गंदगी को देखकर उन्होंने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था बहुत खराब है.
सरकारी अस्पतालों में अधिकांश गरीब मरीज ही इलाज कराने आते हैं. सरकार मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने व बेहतर भोजन देने के लिए कटिबद्ध है. लेकिर डीएमसीएच में व्यवस्था में कमी नजर आती है. उत्तर बिहार का यह सबसे बड़ा अस्पताल है. हजारों की संख्या में प्रतिदिन मरीज यहां इलाज कराते आते हैं. अस्पताल के व्यवस्था में परिवर्तन की सख्त आवश्यकता पर उन्होंने जोर दिया. मरीजों को सांत्वना देते हुए उन्होंने कहा कि आपलोग चिंतित न हो वे अभी सात दिनों तक दरभंगा में कैंप करेंगे और दिन में कम से कम दो बार डीएमसीएच आयेंगे.
– इलाज करें, रेफर नहीं : प्रभारी मंत्री ने कई मरीजों के परिजनों से रेफर की बात सुनकर चिकित्सकों से कहा आपलोग बेहतर से इलाज करें. वे स्वयं प्रतिदिन मरीजों का हाल जानने डीएमसीएच आयेंगे.