विद्वानों के अपमान से भूकंप होता है : डॉ मयंक

दरभंगा. श्रीराम मंदिर, नरगौना में आयोजित आध्यात्मिक सभा में भूकंप के कारणों पर प्रकाश डालते हुए डॉ कृष्णचंद्र झा मयंक ने कहा कि अत्रिस्मृति के अनुसार जिस सभा में विद्वानों की उपस्थिति में अल्पज्ञों का सम्मान होता है तो पृथ्वी प्रकंपित होने लगती है. महद् वै जायते भयम्. डॉ मयंक ने कहा वेद के विश्वविश्रुत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2015 10:05 PM

दरभंगा. श्रीराम मंदिर, नरगौना में आयोजित आध्यात्मिक सभा में भूकंप के कारणों पर प्रकाश डालते हुए डॉ कृष्णचंद्र झा मयंक ने कहा कि अत्रिस्मृति के अनुसार जिस सभा में विद्वानों की उपस्थिति में अल्पज्ञों का सम्मान होता है तो पृथ्वी प्रकंपित होने लगती है. महद् वै जायते भयम्. डॉ मयंक ने कहा वेद के विश्वविश्रुत विद्वान मधुसुदन ओझा के अनुसार देवकर्म तथा पितृकर्म के अभाव के कारण कर्म प्रांगण में वैकल्प होता है तथा पृथ्वी डोलने लगती है. इस प्रकार जीवहत्या के कारण वेदना की किरण प्रकट होती है तथा पृथ्वी प्रकंपित होती है. इस प्रकार भूकंप के कई कारण हैं.

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