मौसम के बदले मिजाज व प्राकृतिक आपदा से इंट भट्ठा संचालक तबाह
सैकड़ों मजदूरों की छिन गयी रोजी-रोटीफोटो. 19परिचय. भट्ठे पर बर्बाद कच्चे इंर्ट बहेड़ी . बेमौसम बारिश, आंधी एवं भूकंप से ईंट भट्ठा उद्योग को भी भारी नुकसान हुआ है. इसपर अभीतक किसी का ध्यान नहीं गया है. प्रखंड में दो दर्जन से अधिक ईट भट्ठा की चिमनी धुआं उगल रहे थे. इसमें से कई बंद […]
सैकड़ों मजदूरों की छिन गयी रोजी-रोटीफोटो. 19परिचय. भट्ठे पर बर्बाद कच्चे इंर्ट बहेड़ी . बेमौसम बारिश, आंधी एवं भूकंप से ईंट भट्ठा उद्योग को भी भारी नुकसान हुआ है. इसपर अभीतक किसी का ध्यान नहीं गया है. प्रखंड में दो दर्जन से अधिक ईट भट्ठा की चिमनी धुआं उगल रहे थे. इसमें से कई बंद हो गए हैं. राणा ईंट उद्योग सिरुआ के संचालक राणा नील कमल सिंह ने कहा कि बेसौसम वर्षा से कच्चा ईंट बर्बाद हो गया. इस वजह से अधिकतर चिमनियां पहले ही बंद हो गयी. बाद में आये भूकंप ने कई चिमनियों को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस वजह से भी थक्की लगा कर तिरपाल से ढक कर कच्चे ईंट को रखने के बाद भी संचालकों को भट्ठा बंद कर देना पड़ा.भट्ठा बंद होने से इस उद्योग के संचालकों को ही नहीं इसमें लगे मजदूरों की भी रोजी-रोटी छिन गयी है. दिन भर मिटटी एवं पानी को गूंथ कर देर रात तक सांचे में कच्चा ईंट बना कर 500 से हजार रुपये कमाने वाले मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. पथेरा, बोझवाह, कोलवाह, फायर मैन, निकाशी मेन सहित अन्य कायार्ें से जुड़े इस उद्योग से करीब पांच हजार लोग जुड़े थे. इसमें से आधे से अधिक सड़क पर आ गए हैं. बारिश से कच्चे ईंट के बर्बाद होने एवं भूकंप में प्रभात ईंट उद्योग बहेड़ी एवं राधा ईंट उद्योग की चिमनियां उपर से टूट कर गिर जाने के कारण बंद हो गये हैं. इसका खामियाजा इस उद्योग से जुड़े लोगों को ही नहीं, आमजन को भी भुगतना पड़ेगा. क्योंकि ईंट के दम काफी बढ़ जाने के आसार हैं.