जो विस्तार करें वही व्यास : शास्त्री

बिरौल : जो विस्तार करे वही व्यास है. तेल बाल्टी में गिरने पर उसके पूरे सतह पर फैल जाता है. लेकिन वही तेल मिट्टी में गिरने पर उसका विलोप हो जाता है. सिहौल गांव में नौ दिवसीय श्रीराम महायज्ञ में भागवत कथा के पहले दिन अयोध्या के व्यास राधेश्याम शास्त्री ने उक्त बातें कही. कथाव्यास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2015 10:04 PM

बिरौल : जो विस्तार करे वही व्यास है. तेल बाल्टी में गिरने पर उसके पूरे सतह पर फैल जाता है. लेकिन वही तेल मिट्टी में गिरने पर उसका विलोप हो जाता है. सिहौल गांव में नौ दिवसीय श्रीराम महायज्ञ में भागवत कथा के पहले दिन अयोध्या के व्यास राधेश्याम शास्त्री ने उक्त बातें कही. कथाव्यास श्री शास्त्री ने कहा कि चेतना दो तरह की होती हे. मौन होने पर वह बुद्ध की तरह शांत और मुखर होने पर वेद व्यास की तरह 18 हजार श्लोकों से श्रीमद्भावगत की रचना करती है. उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति के मन में प्रतिदिन महाभारत चलते हैं. सही वह है जो हार न माने. जीवन में सत्य और परमात्मा का सहारा ले तो सदगुण में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी. दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक चलनेवाले इस भागवत कथा का श्रोताओं में काफी उत्साह दिखा. कथास्थल पर उपेंद्र यादव राधे-राधे सहित कई श्रद्धालु व्यवस्था में लगे थे.

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