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फरार ननबैंकिंग कंपनी पर कार्रवाई की मांग

दरभंगा. ननबैंकिंग कंपनी रिमैक रियल्टी इंडिया लिमिटेड ने बेरोजगार युवकों को आकर्षक लाभ का प्रलोभन देकर मिथिलांचल के चार जिलों से करोड़ों का वारा-न्यारा कर भाग निकला. इसमें सबसे बदतर स्थिति उन एजेंटों की हो गयी है. बड़ी तरौनी के अनिल पाठक के आवेदन पर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. एजेंटों ने फर्जी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2015 9:04 PM

दरभंगा. ननबैंकिंग कंपनी रिमैक रियल्टी इंडिया लिमिटेड ने बेरोजगार युवकों को आकर्षक लाभ का प्रलोभन देकर मिथिलांचल के चार जिलों से करोड़ों का वारा-न्यारा कर भाग निकला. इसमें सबसे बदतर स्थिति उन एजेंटों की हो गयी है. बड़ी तरौनी के अनिल पाठक के आवेदन पर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. एजेंटों ने फर्जी कंपनी के संचालक कोलकाता निवासी रिमैक इंडिया हाउस, चेरमैन पार्थ प्रीतम तिवारी, लीना तिवारी सहित छह लोगो ंपर प्राथमिकी में आरोप लगाया था. एजेंटों की ओर से भेजे गये ज्ञापन में आलोक में राज्य सरकार के जनशिकायत कोषांग के अवर सचिव ने डीएम व एसएसपी को पत्र भेजकर वर्णित तथ्यों के आलोक में समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. एजेंटों ने आरोप लगाया है कि इस कंपनी ने दरभंगा के आस्था मार्केट, सुपौल बस स्टैंड, सकरी, निर्मली, पुपरी(सीतामढ़ी) के अलावा समस्तीपुर एवं मुजफ्फरपुर में भी कार्यालय चलाता था. एजेंटों ने एसएसपी से मिलकर वैसे फर्जी कंपनी के संचालकों पर शीघ्र कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.

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