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बारात के लिए लगाये तार से चार बच्चे झुलसे
बिरौल (दरभंगा) : मध्य विद्यालय कमलपुर में बारात के लिए लगाये गये तार की चपेट में आने से चार बच्चियां गंभीर रूप से झुलस गयीं. बच्चियां उस समय तार की चपेट में आयीं, जब वो प्रार्थना के बाद अपनी कक्षा में जा रही थीं. इनको बचाने के दौरान रसोइया राम दया देवी भी झुलस गयीं. […]
बिरौल (दरभंगा) : मध्य विद्यालय कमलपुर में बारात के लिए लगाये गये तार की चपेट में आने से चार बच्चियां गंभीर रूप से झुलस गयीं. बच्चियां उस समय तार की चपेट में आयीं, जब वो प्रार्थना के बाद अपनी कक्षा में जा रही थीं.
इनको बचाने के दौरान रसोइया राम दया देवी भी झुलस गयीं. सभी का इलाज पीएचसी में चल रही है. स्कूल में करंट से अफरा-तफरी मच गयी और अभिभावक अपने बच्चों को वापस लेकर घर चले गये. वहीं, घटना की जांच शुरू हो गयी है.जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को विद्यालय में प्रार्थना कर दूसरी कक्षा के छात्र अपने कमरों में जा रहे थे.
इसी दौरान मुख्य द्वार पर प्रयाग मुखिया की पुत्री निशू कुमारी को करेंट लग गया. उसको बचाने गयी श्रवण मुखिया की पुत्री राखी कुमारी भी निशु के शरीर में चिपक गयी. दोनों को देख दौड़ी दुलारचंद्र मुखिया की पुत्री द्रौपदी कुमारी और संजय मंडल की पुत्री लक्ष्मी भी इसकी चपेट में आ गयी. इसके बाद स्कूल में अफरा-तफरी मच गयी.
सूचना मिलते ही दौड़े प्रभारी प्रधानाध्यापक जीवछ मंडल और सहायक शिक्षक राम कुमार मिश्र ने पहले बिजली के तार को काटा. इसके बाद सभी की जान बची. हालांकि इससे सभी गंभीर रूप से झुलस गये. सूचना गांव में फैल गयी. सभी को एपीएचसी बिरौल ले जाया गया. चिकित्सक ने बिजली की करेंट में झुलसे बच्ची को इलाज किया. चिकित्सक ने बताया कि लोगों की सूझबूझ के चलते बड़ा हादसा टाला गया.
इधर, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गांव में बीते दिन बरात को ठहरने के लिए विद्यालय में बिजली लगायी गयी थी. समारोह के उपरांत उस तार को विद्यालय से नहीं हटाया गया. तार स्कूल के दूसरे कक्ष के मुख्य गेट और चौखट में लगे थे. बीच-बीच में कटे तार से पूरे गेट में करंट प्रवाहित हो रहा था. जब बच्चे अपने वर्ग में जा रहे थे उसी समय इसकी चपेट में आ गये.
बीइओ ने शुरू की जांच, रिपोर्ट पर होगी कार्रवाई
बीइओ शालिक राम शर्मा ने बताया, बच्चियों के झुलसने की घटना को जांच का विषय बताया है. शादी या किसी उत्सव के लिए विद्यालय में किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए थी.
अगर व्यवस्था सामाजिक तौर पर की गयी, तो प्रधानाध्यापक को स्कूल खुलने के पहले साफ-सफाई व कमरों को दिखवा लेना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया है. लापरवाही है. इसको बरदाश्त नहीं किया जायेगा. जांच शुरू हो गयी है. दोषी पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी. वहीं, बीइओ की जांच के दौरान एक और मामला सामने आया. स्थानीय लोगों का कहना था कि इसी स्कूल परिसर के पीछे चार सुअर करंट से मर गये.
स्कूल में समारोह की इजाजत नहीं
एसडीओ मो शफीक ने कहा कि स्कूल में अगर ग्रामीण स्तर पर किसी समारोह का आयोजन करेंगे, तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी. साथ ही संबंधित व्यक्ति को जेल भी भेजा जा सकता है. जांच रिपोर्ट बीइओ शालिक राम शर्मा से मांगी गयी है.
लापरवाही की वजह से हुआ हादसा
करेंट में झुलसी बच्चियों को देख कुछ देर के लिए स्कूल में अफरा-तफरी मच गयी. अभिभावक अपने-अपने बच्चे को देखने के लिए गांव से दौड़ पड़े. बच्चों को अपने साथ घर ले गये. शिक्षकों में भी डर साफ दिख रहा था, जो अभिभावक आये कुछ न कुछ शिक्षकों को कह कर गये. ग्रामीणों ने बताया का आरोप था कि शिक्षकों की लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ है.
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