शहनाई की गूंज के बीच फूट पड़ा चीत्कार
बहेड़ी : तुर्की में बीती रात राकेश की चचेरी बहन की शादी थी. शहनाई की मधुर तान अभी तक फिजां में मिठास घुली ही थी कि परिजनों के चीत्कार ने वातावरण को गमगीन कर दिया. पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. आने-जानेवालों की आंखें भी नम हो गयी. उल्लेखनीय है, बरात राकेश केससुराल से […]
बहेड़ी : तुर्की में बीती रात राकेश की चचेरी बहन की शादी थी. शहनाई की मधुर तान अभी तक फिजां में मिठास घुली ही थी कि परिजनों के चीत्कार ने वातावरण को गमगीन कर दिया. पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. आने-जानेवालों की आंखें भी नम हो गयी. उल्लेखनीय है, बरात राकेश केससुराल से ही आयी थी. इसी गांव में 2013 में रंजना से उसकी शादी हुई थी. बरात रात में ही खा-पीकर विदा हो गयी.
गौना के लिए परिवार के सदस्य एवं दुल्हे रुके हुए थे. लाश मिलते ही उसकी चचेरी बहन की विदागरी भी रुक गयी. रंजना गोद में एक साल की बच्ची मौसम को लिए दहाड़ मार कर रो रही थी.
परिवार की अन्य महिलाओं का भी यही हाल था. उसकी मां एवं सुसारी पंचायत के वार्ड 07 की सदस्या समतोला देवी विलाप करते हुए बोल रही थी कि ‘ हमर बेटा केकरो किछु नै बिगारलकै’. शौचालय के टैंक बनाने को लेकर पड़ोसी गांगो यादव के साथ दोनों में विवाद चल रहा था. इसी वजह से गांगो एवं उसके भाई जामुन इसकी जद में आ गये. अनुसंधान के बाद ही पता चलेगा कि मुजरिम कौन है, लेकिन जिस बर्बरता से राकेश की हत्या की गयी तथा उसका आंख तकनिकाल ली ऐसा क्षेत्र में पहले कभी देखने को नहीं मिला.