अवैध संबंध में हुई राकेश की हत्या
दरभंगा : जिला पुलिस ने बहेड़ी थाना के तुर्की गांव निवासी राकेश की नृशंस हत्या के मामले का उद्भेदन करते ही रीतेश लाल देव को दबोच लिया है. रीतेश तुर्की गांव निवासी उपेंद्र यादव का पुत्र बताया जाता है. एसएसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने गुरुवार को हत्या का रहस्य उजागर करते हुए बताया कि राकेश […]
दरभंगा : जिला पुलिस ने बहेड़ी थाना के तुर्की गांव निवासी राकेश की नृशंस हत्या के मामले का उद्भेदन करते ही रीतेश लाल देव को दबोच लिया है. रीतेश तुर्की गांव निवासी उपेंद्र यादव का पुत्र बताया जाता है.
एसएसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने गुरुवार को हत्या का रहस्य उजागर करते हुए बताया कि राकेश की हत्या अवैध संबंध के कारण की गयी थी. उसका अवैध संबंध रीतेश के रिश्तेदार से था. जिसकी शादी एपीएम थाना क्षेत्र के मनोरथ निवासी संजय लाल देव के साथ लगभग आठ वर्ष पूर्व हुई थी.
उन्होंने कहा कि हत्या के बाद जिस तरह मृतक के नाजुक अंगों पर प्रहार किया गया था और आंख निकाला गया था, उससे यह अवैध संबंध का मामला प्रतीत हो रहा था. पुलिस इन बिंदुओं पर अनुसंधान कर मामले का उद्भेदन करने में सफल रही. एसएसपी ने बताया कि मृतक की हत्या की साजिश रीतेश, उसके बहनोई तथा बहन ने मिलकर रची.
इसी के तहत राकेश को उसकी प्रेमिका ने रात्रि में बुलाया तथा बांधकर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. मृतक का मोबाइल कमला नदी के किनारे हत्या के स्थान से लगभग 100 मीटर की दूरी से बरामद कर लिया गया है.
वहीं हत्या के लिए उपयोग किया गया चाकू व सीम रीतेश के घर से बरामद किया गया है. एसएसपी ने कहा कि मृतक के पिता की ओर से जमीनी विवाद के चलते हत्या का आरोप लगाते हुए परिवार के ही छह लोगों को आरोपित किया गया था. पुलिस ने कोई निदरेष न फंस जाये इसलिए मामले की तह तक पहुंचकर सफलता प्राप्त की. अगर सफल उद्भेदन नहीं होता तो कई निदरेष इसकी जद में आ जाते.
एसएसपी ने बताया कि संजय लाल देव तथा उसकी पत्नी फिलहाल फरार हो गये. जल्द से जल्द उसको भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उन्होंने थानाध्यक्ष को 48 घंटे के अंदर चाजर्शीट दाखिल करने का निर्देश दिया.
संजय का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है. वह नक्सल कांडों में संलिप्त रहा है. इधर गिरफ्तार अभियुक्त रीतेश ने पूछने पर कहा कि शादी से पूर्व से उसकी बहन के साथ राकेश का संबंध रहा है. बहन के मना करने के बावजूद वह संबंध बनाये रखने का प्रयास करता था.
इसे लेकर उसने, उसके बहनोई तथा बहन ने हम्या की साजिश को रचा. बता दें कि 30 मई की रात्रि में राकेश की बेरहवीं से हत्या कर दी गयी थी. उसके लाश को उसके घर से लगभग सात सौ मीटर की दूरी पर जेसीबी से खुदे एक गड्ढे में डाल दिया गया था. हत्या के बाद शरीर के नाजुक अंगों को क्षतिग्रस्त कर आंख निकाल लिया गया था. वारदात के दिन ही उसकी चचेरी बहन की शादी थी.