स्लीपर कोच में की टिकट की जांच
दरभंगा : केंद्र में नयी सरकार आने के बाद रेल पदाधिकारियों का रवैया बदला-बदला नजर आने लगा है. पहले समस्तीपुर रेल मंडल प्रबंधक एसके शर्मा यात्रियों के बीच खुद पहुंचकर उनकी समस्या जानते दिख रहे थे. इस कड़ी में सोमवार को पूर्व-मध्य रेल महाप्रबंधक भी शरीक नजर आये. उन्होंने यात्रियों से खुद बात की. उनकी […]
दरभंगा : केंद्र में नयी सरकार आने के बाद रेल पदाधिकारियों का रवैया बदला-बदला नजर आने लगा है. पहले समस्तीपुर रेल मंडल प्रबंधक एसके शर्मा यात्रियों के बीच खुद पहुंचकर उनकी समस्या जानते दिख रहे थे. इस कड़ी में सोमवार को पूर्व-मध्य रेल महाप्रबंधक भी शरीक नजर आये. उन्होंने यात्रियों से खुद बात की. उनकी परेशानियां जानी.
उल्लेखनीय है कि पहले रेलवे के वरीय अधिकारी यात्रियों से सीधे संपर्क में विरले ही दिखते थे. अब जीएम स्तर तक के अधिकारी भी जमीनी हकीकत जानने के लिए खुद रू बरू होते नजर आ रहे हैं. जाहिर है इससे यात्रियों के बीच रेलवे के प्रति एक विश्वास जगा है.
श्री मित्तल धनबाद से सीधे दरभंगा पहुंचे. प्लेटफॉर्म संख्या एक पर इसका सैलून रूका. जीएम तबतक अपने सैलून से बाहर नहीं निकले, जबतक गरीब रथ से जयनगर का निरीक्षण करने गये वरीय अधिकारियों की टीम यहां नहीं पहुंच गयी. टीम के पहुंचने के बाद महाप्रबंधक सैलून से बाहर निकले. वीआइपी लांज में चैम्बर ऑफ कॉमर्स के साथ बैठक के पश्चात मीडिया से मुखातिब हुए. इसके बाद जब वे वापसी के लिए निकले तो जंकशन पर यात्रियों से पूछताछ की. उनके टिकट देखे.
टिकट में कितने पैसे लिये गये, टिकट लेने में अतिरिक्त पैसा देना पड़ा या नहीं, जंकशन पर कोई परेशानी तो नहीं है आदि-आदि जानकारी ली. इसके बाद नई दिल्ली जाने के लिए तैयार खड़ी 12561 स्वतंत्रता सेनानी के स्लीपर कोच में चढ़ गये. कई यात्रियों का टिकट देखा. उनसे भी जानकारियां ली. जीएम के कोच में घुसते ही अधिकारियों की टोली पहुंच गयी. शौचालय, पेयजल, बिजली, पंखा आदि के मुआयना में पदाधिकारी जुट गये.
मीडिया पर ही प्रश्न उछालते रहे महाप्रबंधक
इसीआर जीएम सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में सवालों से कन्नी काटते नजर आये. किसी भी प्रश्न का उन्होंने स्पष्ट जवाब नहीं दिया. गोलमटोल जवाब देकर बचते रहे. इतना ही नहीं अधिकांश समस्याओं पर वे मीडिया पर ही प्रश्न उछालते नजर आये.
जीएम से जब जंकशन के बाहरी परिसर में अवैध दुकानों की वजह से होने वाली समस्या को रखा गया तो उन्होंने इसके लिए मीडिया को ही जागरूकता लाने के लिए कह दिया. इसी तरह जब मानवरहित फाटकों की समस्या उठी तो सीधे मीडिया को जनजागरण फैलाने का संदेश दे डाला. ट्रेन व स्टेशन की साफ -सफाई, टिकट दलाली सरीखे कई प्रश्नों पर वे टालू रवैया में दिखे. कर रहे हैं, होगा यही जवाब दिया.
रेल महाप्रबंधक के आगमन को लेकर दरभंगा जंकशन का नजारा पूरी तरह बदला-बदला दिख रहा था.बाहरी परिसर में अवैध तरीके से बेतरतीब खड़े वाहन अपनी जगह नये टिकट भवन के सामने सोमवार को लगी हुई थी. ऑटो चालक भी अपनी-अपनी गाड़ियां स्टैंड परिसर में लगा रखी थी. सभी कर्मी व अधिकारी यूनिफॉर्म में चुस्त-दुरुस्त दिख रहे थे.
उल्लेखनीय है कि जीएम के कार्यक्रम को लेकर डीसीआइ राजेश रंजन श्रीवास्तव, सीएचआइ एनके दास, सिगAल सुपरवाइजर ध्रुव कुमार, टेलीकम्युनिकेशन के अधिकारी एसके झा, चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर श्याम नंदन प्रसाद, आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश, आइओडब्ल्यू टीसी राय, एइएन भरत कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी अपने क्षेत्रधीन कामों को अपटू मार्क करने में पिछले कई दिनों से जुटे रहे.