आ गया माहे मुबारक, माहे रमजां आ गया..
दरभंगा/अलीनगर : रमजानुल मुबारक का चांद शहरों से गांवों, कस्बों के विभिन्न हिस्सों में लोगो ने खुली आंखों से देखते ही खुशियों का जमकर इजहार किया. एक-दूसरे को मुबारकवाद पेश किया. मोबाइल व नेटवर्क का भी इसमें उपयोग कर मुबारकवाद पेश किया. रूयत हिलाल कमेटियों सहित विभिन्न इसलामी संस्थानों ने भी चांद देखने की तसदीक […]
दरभंगा/अलीनगर : रमजानुल मुबारक का चांद शहरों से गांवों, कस्बों के विभिन्न हिस्सों में लोगो ने खुली आंखों से देखते ही खुशियों का जमकर इजहार किया. एक-दूसरे को मुबारकवाद पेश किया. मोबाइल व नेटवर्क का भी इसमें उपयोग कर मुबारकवाद पेश किया.
रूयत हिलाल कमेटियों सहित विभिन्न इसलामी संस्थानों ने भी चांद देखने की तसदीक के साथ इसका ऐलान कर दिया. इसके साथ ही रोजा शुरू करने की इंतजार की घड़ी समाप्त हो गयी और लोग जुट गये कल के रोजा रखने के लिए सहरी के इंतजाम में. प्राय: जगहों पर लच्छे, सेवैईयां और नान व दूध की बिक्री तेज रही.
आवश्यकता के अनुसार बाजार में दूध की उपलब्धता नहीं रहने से कई लोगों को दूध नहीं मिल सका. खासकर ग्रामीण इलाकों में इसकी ज्यादा कमी रही. रमजानुल मुबारक का खास सुन्नत ईबादत नमाजे तरावीह भी जिला मुख्यालय की हृदयस्थली टावर चौक की जामा मस्जिद , किलाघाट की शाही मस्जिद, बाकरगंज की जामा मस्जिद से लेकर अन्य मस्जिदों तथा जिला के सभी प्रखंडों की मसजिदों में आज से शुरू कर दी गयी है.
तुर्की की पीन खजूर साढे चार सौ रुपये प्रति किलो
तुर्की की खास पीन खजूर बाजार में साढ़े चार सौ रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. ईरानी पीन खजूर 120 रुपये, ईराकी 80 रुपये, अफगानी 250 रुपये और कश्मीरी पीन खजूर 350 रुपये प्रति किलो की दर से बिकने को तैयार है. हालांकि इनके दामों में पिछली बार की तुलना में कोई खास तेजी नहीं है. इससे रोजेदारों की जेब अधिक ढीली नहीं होगी. लेकिन मौसमी फलों में तेजी दिख रही है. बाजार में केला 25 से लेकर 35 रुपये प्रति दर्जन की दर से गुरुवार को बिके. पपीता 40 रुपये प्रति किलो, अमरूद 70 रुपये तो फूट साठ रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहे हैं. सेव की कीमत 180 से लेकर 250 रुपये प्रति किलो हैं.
अनार 180 से 250 रुपये प्रतिकिलो की दर से मौजूद हैं. मौसमी की कीमत 100 रुपये तक जा पहुंची है. गरमी से निजात के लिए खास फल तरबूज की कीमत 40 रुपये प्रति किलो तक जा पहुंची है. टावर चौक पर फलों की दुकान लगाने वाले मो आरजू की मानें तो पिछली बार भी फलों की कीमत इससे थोड़ी ही कम थी. महंगाई का कोई खास असर फलों पर नहीं है.
रूमाली सेवई बनारस की खास सेवई
रोजेदारों के लिए बनारस से खास तौर पर मंगाई गयी रूमाली सेवई अपनी छाप छोड़ने को तैयार हैं. बनारस की ही जीरो सेवई बाजार में सजा है. रोजेदारों के लिए इसकी कीमत 100 रुपये रखी गयी है.
जबकि रूमाली सेवई 80 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है. कोलकाता से मंगाये गये लच्छे 120 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहे हैं, जबकि बाजार में पहली बार उतारा गया हल्दीराम का लच्छा 130 रुपये प्रतिकिलो की दर से बिकने को सजा है. बनारसी लड्डू सेवई 110 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है.
लच्छो की दुकान चलाने वाले मो नुरूद्दीन ने बताया कि अबकी बार बनारस से खास तौर पर मंगायी गयी रूमाली सेवई और जीरो सेवई की अच्छी मांग होने की उम्मीद है.