चंदा कर सरकारी स्कूल में रखा शिक्षक

-संतोष कुमार सिंह- घनश्यामपुर, दरभंगाः शिक्षा की अहमियत को सरकार, प्रशासनिक तंत्र और जनप्रतिनिधि भले न समङों, लेकिन घनश्यामपुर प्रखंड के तुमौल गांव के लोग बखूबी समझ रहे हैं. इसलिए गांव के उत्क्रमित उच्च विद्यालय में जन सहयोग से वेतन की व्यवस्था कर दो शिक्षकों को रखा है. स्कूल में रिक्त पद भरने की बार-बार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2013 4:48 AM

-संतोष कुमार सिंह-

घनश्यामपुर, दरभंगाः शिक्षा की अहमियत को सरकार, प्रशासनिक तंत्र और जनप्रतिनिधि भले न समङों, लेकिन घनश्यामपुर प्रखंड के तुमौल गांव के लोग बखूबी समझ रहे हैं. इसलिए गांव के उत्क्रमित उच्च विद्यालय में जन सहयोग से वेतन की व्यवस्था कर दो शिक्षकों को रखा है.

स्कूल में रिक्त पद भरने की बार-बार मांग के बाद जब सुनवाई नहीं हुई तो तुमौलवासियों ने मांग मनवाने के लिये अन्य लोगों की तरह स्कूल में तालाबंदी, धरना-प्रदर्शन, सड़क जाम का सहारा नहीं लिया. अनेक दार्शनिक और विद्वानों को जन्म देने वाले इस गांव ने अपने मौजूदा कदम से फिर बता दिया है कि तुमौल की मौलिकता क्या है? पंचायत लोक शिक्षा समिति के सचिव सह भारत साक्षरता मिशन के वरीय प्रेरक अनिल कुमार सिंह के अलावा राम सेवक सिंह, इंद्रदेव नारायण सिंह व माना कुमार सिंह की भूमिका सराहनीय है. इसके अतिरिक्त रामदेव प्रसाद सिंह, आदित्य नारायण मिश्र, शिव शंकर सिंह, गंगेश कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, चंद्रशेखर सिंह, रमानंद सिंह, रघुवंश नारायण सिंह, चंद्रशेखर सिंह, अजित सिंह, राणा प्रताप सिंह, संजीत कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, नीरज कुमार सिंह, रामबाबू सिंह तथा अजित कुमार सिंह सक्रिय सहयोग कर रहे हैं.

कई दरवाजे खटखटाये. इस समस्या को लेकर ग्रामीणों ने प्रखंड से लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीएम, प्रमंडलीय आयुक्त तक आवाज उठायी. कार्यक्रम के दौरान सांसद कीर्ति झा आजाद से गुहार लगायी. पंचायत समिति की बैठक में यह मुद्दा उठा, लेकिन आज तक नतीजा सिफर रहा.

Next Article

Exit mobile version