सूबे में किसानों का संकट चरमपर : विजयकांत

पहली बार प्रदेश के पांच किसान हुए आत्महत्या क ो मजबूरफोटो-फारवार्डेडपरिचय- पत्रकारों से बात करते भाकपा नेता बेनीपुर . बिहार में कृषि संकट विकट है. इस कारण बिहार में पहली बार पांच किसानों ने आत्महत्या कर ली. प्रखंड के बैंगनी गांव में आयोजित भाकपा के दो दिवसीय जिला कार्यकर्त्ता सम्मेलन के अंतिम दिन रविवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2015 9:07 PM

पहली बार प्रदेश के पांच किसान हुए आत्महत्या क ो मजबूरफोटो-फारवार्डेडपरिचय- पत्रकारों से बात करते भाकपा नेता बेनीपुर . बिहार में कृषि संकट विकट है. इस कारण बिहार में पहली बार पांच किसानों ने आत्महत्या कर ली. प्रखंड के बैंगनी गांव में आयोजित भाकपा के दो दिवसीय जिला कार्यकर्त्ता सम्मेलन के अंतिम दिन रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी के केंद्रीय कमेटी सदस्य विजयकांत ठाकुर ने कही. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कराये गये राष्ट्रीय आय नमूना सर्वे के 70 वें दौर में स्पष्ट हुआ कि बिहार के प्रति किसान परिवार मासिक आय 1700 रुपये है और उपर से केंद्र आयोजित योजनाओं में केंद्र सरकार 20 से 25 प्रतिशत कटौती कर दी गयी है. बिहार के 70 प्रतिशत लोग खेती पर आधारित रहते हैं और केंद्र सरकार साजिश के तहत किसानों की जमीन हड़पने का प्रयास कर रही है. वहीं उन्होंने आपदा प्रबंधन द्वारा बिहार के सभी जिला का आपदाग्रस्त घोषित कर किसानों के श्रम वसूली पर रोह लगाये. तीखा प्रतिक्रि या देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार किसानों का ऋण माफ करें. दशकों से खराब पड़े सभी नलकूपों को चालू करने, खाद्य सुरक्षा के तहत सभी को उक्त योजना का लाभ इसके तहत मिलने वाली सब्सिडी लाभुकों के खाता में देने जैसी योजना वापस लेंं. इन सबको लेकर पार्टी आगामी 23 से 30 जून तक किसी एक दिन सभी प्रखंड कार्यालय पर प्रदर्शन करेगी तथा 21 जुलाई को बाम दल के द्वारा आयोजित बिहार बंद का समर्थन करने का भी निर्णय पार्टी द्वारा लिया गया है. इस दौरान अंचल मंत्री रामधनी झा, मनटुन ठाकुर, हृदयनारायण यादव, बाबू साहेब झा आदि उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version