दरभंगा. जिले के 2505 प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वार्षिक मूल्यांकन के लिए प्रगति पत्र वितरण समारोह में किया जाना था. यह वितरण समारोह सह सांस्कृतिक कार्यक्रम पूरे जिले में आठ व नौ अप्रैल को आयोजित करने के निर्देश दिए गए थे. यह पहला मौका था, जब सरकारी स्कूलों में इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से वार्षिक परीक्षा परिणाम जारी किया जाना था. विभाग ने इस कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए राशि का भी प्रावधान किया है. अब जब स्कूलों को इस कार्यक्रम के आयोजन में खर्च के लिए प्रावधानित राशि उपलब्ध करने की बारी आयी तो स्कूलों से कार्यक्रम से संबंधित नोट कैम से लिया गया फोटो अपलोड करने का निर्देश जारी किया गया, लेकिन बार-बार आदेश निर्गत होने के बावजूद 27 अप्रैल तक 1283 स्कूलों ने ही फोटो अपलोड करने में रुचि दिखायी. फोटो अपलोड करने वाले स्कूल का प्रतिशत 51.22 है. बिहार शिक्षा परियोजना दरभंगा की ओर से जारी आंकड़ा के अनुसार अभी भी 1222 विद्यालयों ने कार्यक्रम से संबंधित नोट कैंप कैमरा से लिया गया फोटो अपलोड नहीं किया है. इसको लेकर प्रारंभिक एवं समग्र शिक्षा अभियान के डीपीओ रवि कुमार ने 24 घंटे के अंदर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि विभागीय निर्देश के आलोक में गत आठ एवं नौ अप्रैल को प्राथमिक, मध्य एवं माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक अभिभावक बैठक के साथ प्रगति पत्रक वितरण समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए थे. साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम कन्नूर कैंप से लिया गया दो-दो फोटो दिए गए लिंक पर अपलोड करना है. इसके पूर्व दो दिनों के अंदर शत प्रतिशत स्कूलों के द्वारा फोटो अपलोड करने का निर्देश दिया गया था. किंतु खेत के साथ कहना पड़ रहा है कि पत्र निर्गत तिथि तक जिले में मंत्र 1280 अर्थात 50 फ़ीसदी विद्यालयों का फोटो अपलोड किया गया है. उन्होंने इसे विभागीय वरीय पदाधिकारी के निर्देश की अवहेलना एवं लापरवाही बताया है. डीपीओ ने कड़ी चेतावनी के साथ निर्देश जारी किया है कि 24 घंटे के अंदर शिक्षक अभिभावक बैठक एवं प्रगति पत्रक वितरण समारोह का फोटो दिए गए लिंक पर अपलोड करना सुनिश्चित करें. अन्यथा की स्थिति में विभागीय कार्रवाई के लिए जिम्मेदारी निर्धारित करने की बात कही है. वहीं दूसरी ओर राशि के अभाव में कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाने एवं खानापूर्ति होने का मामला भी प्रकाश में आ रहा है. बताया जा रहा है कि कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के पास पूर्व से किसी प्रकार का फंड उपलब्ध नहीं होना, इसका मुख्य कारण माना जा रहा है. बहरहाल अब जबकि राशि देने की बातें चल रही है तो फोटो अपलोड करने की अनिवार्यता को लेकर कई विद्यालय प्रधान इसमें पिछड़ रहे हैं. पीओ ने आंकड़ा जारी करते हुए कहा है कि कुछ प्रखंड जैसे तारडीह में 102 विद्यालयों में से मात्र तीन, कुशेश्वरस्थान में 89 में मात्र चार, हायाघाट में 107 में मात्र नौ एवं गौड़ौबौराम प्रखंड में 91 के विरुद्ध मात्र 19 विद्यालयों ने फोटो अपलोड किया है. उन्होंने कहा है कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने 27 अप्रैल को इसको लेकर घोर आपत्ति दर्ज की है. बीइपी द्वारा जारी आंकड़ा के अनुसार जिले के घनश्यामपुर प्रखंड में सर्वाधिक 106 में से 88 स्कूलों ने फोटो अपलोड किया है. वही दरभंगा ग्रामीण में 180 में से 140, अलीनगर में 91 में से 68 स्कूलों ने फोटो अपलोड किया है. इन सभी प्रखंडों में फोटो अपलोड करने का उपलब्धि स्तर 75 फीसदी से ज्यादा है, जबकि मनीगाछी में 156 में से 114, दरभंगा नगर में 105 में से 74, बहादुरपुर में 157 में से 105, जाले में 180 में से 119, बेनीपुर में 175 में से 113, केवटी में 170 में से 105 स्कूलों ने फोटो अपलोड किया है. इन प्रखंडों में 75 से 60 प्रतिशत तक फोटो अपलोड करने की उपलब्धि स्तर है. इसी प्रकार बहेड़ी प्रखंड में 196 मेंसे 96, किरतपुर में 66 में से 30, हनुमाननगर में 102 में 43, सिंहवाड़ा में 157 में 56, कुशेश्वरस्थान पूर्वी में 112 में 39, बिरौल में 173 में 58 स्कूलों ने फोटो अपलोड किया है. इन प्रखंडों का उपलब्धि स्तर 50 से 20 फीसदी तक है. शेष प्रखंडों का उपलब्धि स्तर बेहद असंतोषजनक है. इसका उल्लेख पूर्व में ही किया जा चुका है. डीपीओ ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं प्रखंड साधन सेवी, बीपीएम व प्रखंड लेखपाल को पत्र जारी कर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
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